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रांची: भारत की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में पहली आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू के शपथ लेने के बाद से ही देश के कोने-कोने से उन्हें बधाइयां देने का तांता लगा हुआ है. राजधानी रांची में भी एक ऐसा कलाकार है जिन्होंने अपने हाथों से मुर्मू की मूर्ति बनायी है और वह उनसे मिलकर वह मूर्ति उन्हें भेंट करना चाहते है. राजेश प्रजापति की इच्छा है की वो अपने हाथों से बनाई मूर्ति नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को खुद भेंट करे.
राजेश प्रजापति द्रौपदी मुर्मू के नॉमिनेशन के बाद से ही उनकी मूर्ति बनाने में लगे हुए है. राजेश के मन में इस बात की खुशी है कि झारखण्ड की राज्यपाल रह चुकी द्रौपदी मुर्मू अब देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद आसीन हैं.मूर्तिकार राजेश एक कलाकार है. वो इससे पहले भी मुर्मू से झारखण्ड के राज्यपाल रहते हुए भेंट कर चुके हैं. उन्होंने सामान्य सी दिखने वाली मिट्टी में अपनी सारी कला को डालते हुए नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मूर्ति बना डाली. उन्होंने बताया कि जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली कि मुर्मू राष्ट्रपति के पद के लिए चुनाव लड़ रही हैं उसी समय से उन्होंने मूर्ति बनाना शुरू कर दिया था.उन्होंने मिट्टी से बनी 6 मूर्तियां बनाई हैं जो कि बिल्कुल बोलती हुई प्रतीत होती हैं. राजेश ने कभी फाइन आर्ट की कोई पढ़ाई नहीं की है. राजेश ने पहली बार द्रौपदी मुर्मू को रांची के आड्रे हॉउस में देखा था. उस वक्त वो झारखंड की राज्यपाल थीं. जब राष्ट्रपति चुनाव के वक्त द्रौपदी मुर्मू का नाम सामने आया और इस बात कि चर्चा शुरू होने लगी कि उनका राष्ट्रपति बनना लगभग तय है. तब से राजेश के दिलो – दिमाग में द्रौपदी मुर्मू की मूर्ति बनाने का विचार चल रहा था. एक दिन उसने इस पर काम शुरू कर दिया . सबसे पहले द्रौपदी मुर्मू की इंटरनेट से एक फोटो को डाउनलोड किया और उसके बाद मिट्टी को गढ़ने में लग गए. एक सप्ताह में 6 मूर्ति को राजेश ने तैयार कर लिया हालांकि अभी रंग चढ़ाने का काम पूरा नहीं हो सका है.
राजेश ने कभी फाइन आर्ट की कोई पढ़ाई नहीं की है पर अक्सर उसके घर फाइन आर्ट के छात्रों का आना जाना होता है. राजेश ने ये सब कुछ अपने पिता से सीखा है. राजेश के द्वारा तैयार द्रौपदी मुर्मू की मूर्ति में उनका चश्मा से लेकर लाल पाड़ साड़ी की झलक देखने को मिलती है . मूर्ति को देखने के बाद आपको ऐसा लगेगा कि वो अभी बोल देंगी. राजेश इस मूर्ति को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेंट करना चाहते हैं, हालांकि इसके लिये उसे किसी के सहयोग की जरूरत होगी. इतना ही नहीं राजेश की ये इच्छा है कि वो भविष्य में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की एक मूर्ति बनायें, जिसमें दोनों हाथ जोड़ कर खड़ी नजर आएंगी.
अभी वह राष्ट्रपति भवन में जाकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से एक बार फिर से मिलकर उन्हें शुभकामना और अपने हाथों से बनाई गई मिट्टी की मूर्ति उन्हें देना चाहते हैं. उनके इस काम में उनकी पत्नी सीता ने काफी सहयोग किया है.