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NEWS11 स्पेशल


हॉकी खिलाड़ियों का आश्रय बना रेलवे

150 से ज्यादा राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ियों को रेलवे दे चुका है नौकरी
हॉकी खिलाड़ियों का आश्रय बना रेलवे
कौशल आनंद, न्यूज 11 भारत

 

रांचीः रेल मंडल, रांची हॉकी खिलाड़ियों का आश्रय बना है. रेल मंडल अब तक कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़यों को नौकरी दे चुका है. झारखंड और पूर्ववती बिहार में यह कारवां 1984 से शुरू हुआ जो अब तक जारी है. हॉकी खिलाड़ियों झारखंड नर्सरी रहा है. इन नर्सरियों से निकलने वाले खिलाड़ियों को तरासने व संरक्षित करने का काम विशेष रूप से दक्षिण पूर्व रेलवे रांची रेलमंडल कर रही है. रेलमंडल एक बगीया के रूप में अब तक 150 से ज्यादा हॉकी खिलाड़ियों को अपने यहां नौकरी दी है. साथ ही उनके हुनर को तराशने-प्रैक्टिस के लिए विश्वस्तरीय खेल मैदान और अंतराष्ट्रीय स्तर के कोच उपलब्ध कराई हैं. इसमें अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी 1986 में इंडियन टीम के कप्तान रही सावित्री पूर्ति, पूर्व कप्तान अंशुता लकड़ा व पूर्व कप्तान सुमराय टेटे शामिल हैं. रेलवे में आज सैकड़ों हॉकी खिलाड़ी टीटीई से लेकर कार्यालय अधीक्षक जैसे पदों में कार्यरत रहते हुए निर्धारित समय में खेल की प्रैक्टिस करने की सुविधा रेल प्रशासन देता है.

 

बांस के बने टेढ़े मेढ़े हॉकी स्टीक एवं लकड़ी के बॉल से ही बच्चे खेलना शुरू कर देते हैं

हॉकी झारखंड के गांव-देहात में रचा बसा है. हॉकी यहां के आदिवासी युवक-युवतियों के जीन में बसता हैं. यहां के युवक-युवतियां बचपन से ही हॉकी खेलना शुरू कर देते हैं.  बच्चे बांस के बने टेढ़े मेढ़े हॉकी स्टीक और लकड़ी के बॉल और खाली पैर से खेलना शुरूआत करते है. खूंटी जिला, सिमडेगा जिला और गुमला-लोहरदगा जिला जिसे हॉकी की नर्सरी कहा जाता हैं. इन जिलों से एक दशक से दर्जनों हॉकी के राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी निकल चुके हैं. 

 

36 वर्ष पहले महिला-पुरुष हॉकी टीम का किया गया था गठन 

आज से 36 वर्ष पूर्व दक्षिण पूर्व रेलवे ने हॉकी टीम का गठन किया था. इसमें 1984 के दशक में रेलवे के क्षेत्रीय अधिकारी रहे व खुद हॉकी खिलाड़ी रहे सरदार दलजीत सिंह ने महिला-पुरुष हॉकी टीम बनाई थी. इसके बाद से कारवां आज तक जारी हैं. वर्तमान में हॉकी के लिए मंडल में रांची स्टेशन समीप सेरसा स्टेडियम में प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके अलावा हटिया में विश्वस्तरीय पॉलीग्राफ ट्रर्फ स्टेडियम भी बनाया है. आने वाले दिनों में हॉकी एकेडमी की भी शुरूआत की जाएगी.

 

ये रहे है रेलवे में कार्यरत अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिलाड़ी

महिला टीम :  पूर्व कप्तान सावित्री पूर्ति, पूर्व कप्तान सुमराय टेटे व पूर्व कप्तान अशुंता लकड़ा. इसके अलावा दयामनी सोय, विश्वासी पूर्ति, अलमा गुड़िया, एडलिन केरकेट्टा, सरिता लकड़ा, विनीता खेस, पी भेंगरा, सरिता तिर्की, पूनम टोप्पो, सुभद्रा प्रधान, पुनिता मिंज, सलोमी पूर्ति, राजकुमारी बानरा, मसीरा सुरीन, पुष्पा प्रधान सहित अन्य. वहीं निक्की प्रधान वर्ष 2016 में भी ओलपिंक खेल चुकी है। इसके अलावा वर्ष 2021 के ओलपिंक में राष्ट्रीय महिला हॉकी टीम में शामिल सलीमा टेटे का नाम उल्लेखनीय हैं.

 

पुरुष टीम :  स्व. अनमोल आइंद के अलावा जेम्स केरकेट्टा, अभय एक्का, सुप्रियन जोजो, सुनिल कुल्लू सहित अन्य के नाम शामिल हैं.
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