न्यूज11 भारत
रांची: झारखंड में बिना कमिशन एक भी टेंडर फाइनल नहीं होता. टेंडर से पहले कमिशन तय हो जाता है. फिर टेंडर जारी होता है. कहें तो एक प्रकार से बिना कमिशन के सरकारी सिस्टम में काम करना मुश्किल है. ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कमिशन खोरी के खिलाफ बड़ा उदाहरण प्रस्तुत किया है. पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे डॉ. विजय सिंगला को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया गया है. विजय सिंगला स्वास्थ्य विभाग में हर काम और टेंडर के बदले 1% कमीशन मांग रहे थे. इसकी शिकायत CM भगवंत मान तक पहुंची थी. उन्होंने गुपचुप तरीके से इसकी जांच कराई. अफसरों से पूछताछ की, फिर मंत्री सिंगला को तलब किया गया. मंत्री ने गलती मान ली. इसके बाद उन्हें बर्खास्त किया गया.
इसके बाद मंत्री के खिलाफ केस दर्ज कर पंजाब पुलिस के एंटी करप्शन विंग ने सिंगला को गिरफ्तार कर लिया है. सिंगला को अब मोहाली के फेज 8 पुलिस थाने में रखा गया है. जहां सिंगला से विजिलेंस के सीनियर अफसर पूछताछ कर रहे हैं. वहीं सिंगला की आम आदमी पार्टी से भी छुट्टी करने की तैयारी है.
वीडियो जारी कर मान दी जानकारी
सीएम भगवंत मान ने एक वीडियो संदेश में कहा कि मेरे संज्ञान में एक मामला लाया गया था जिसमें मेरी सरकार में एक मंत्री अपने विभाग के प्रत्येक टेंडक या खरीद से एक प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहा था. मैंने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया। केवल मैं इस मामले को जानता था. न तो मीडिया और न ही विपक्ष इसे जानता था. मैं उस मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा हूं और उन्हें कैबिनेट से हटा रहा हूं. मैं पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश भी दे रहा हूं. उस मंत्री का नाम विजय सिंगला है. वे स्वास्थ्य मंत्री थे.