न्यूज11 भारत
रांचीः आज पूरा भारत देश का 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस अवसर पर देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली के कर्तव्यपथ पर झंडोत्तोलन के बाद परेड को सलामी दी. गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी बतौर मुख्य अतिथि के रुप में समारोह में शामिल हुए है. समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति का स्वागत किया. इसके बाद तिरंगा झंडा फहराया गया उसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ देश का राष्ट्रगान गाया गया. इसके बाद परेड की शुरूआत हुई. पहली बार 105 मिमी की भारतीय फील्ड गन से 21 तोपों की सलामी की दी गई. बता दें, इस फील्ड गन ने पुरानी 25 पाउंडर बंदूक की जगह ले ली है जो रक्षा के क्षेत्र में बढ़ती 'आत्मनिर्भरता' को प्रदर्शित करती है.
स्वदेशी ताकत की दिखी झलक
74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्यपथ पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया है. जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्र का नेतृत्व कर रही हैं. इस मौके पर देश के सेनाओं की टुकड़ियों ने परेड मार्च निकाला. इस परेड में स्वदेशी सैन्य पराक्रम और नारी की ताकत भी नजर आई. स्वदेशी ताकत में देशवासियों कई झलकियां देखने को मिली. जिसमें आकाश मिसाइल, अर्जुन टैंक जैसे घातक हथियारों ने सेना के शौर्य को दिखाया, वहीं प्रचंड और राफेल सहित 50 विमानों ने उड़ान के द्वारा सीमाओं से परे भारतीय वायु सेना की शक्ति प्रदर्शित की.
गणतंत्र दिवस के इस समारोह में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की झांकी की झलक..
स्वदेशी ताकत की झलकियां के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों (राज्यों) से झांकियां प्रस्तुत की गई. जिसे देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए. इन झांकियों में राज्यों की सांस्कृतिक विविधता दिखाई दी. इस मौके पर आंध्र प्रदेश की झांकी में मकर संक्रांति के दौरान किसानों के त्योहार 'प्रभला तीर्थम' को दर्शाया गया.
वहीं, झारखंड की झांकी में देवनगरी देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर की झलक दिखाई गई.
उत्तर प्रदेश (यूपी) की झांकी में अयोध्या के राम मंदिर की झलक दिखी..