न्यूज 11 भारत
रांची : हजारीबाग के कोयला कारोबारी झारखंड के कई आईपीएस अफसरों की मदद से अवैध कोयला का कारोबार चला रहा है. बड़कागांव से चोरी का कोयला डेहरी, बनारस सहित कई मंडियों में प्रशांत अवैध तरीके से भेजता है. आरोप है कि कोयला अवैध करोबार में प्रशांत प्रधान का सहयोग रिटार्यड DG, हजारीबाग के वर्तमान डीआईजी नरेंद्र सिंह और कई पुलिस पदाधिकारी सहयोग करते हैं. कोयला का अवैध करोबार प्रशांत प्रधान पुलिस पदाधिकारियों की मिलीभगत से करते आ रहा है. न्यूज 11 भारत ने प्रशांत प्रधान के अवैध कोयला कारोबार से संबंधित खबर पहले भी दिखा चुका है. इस पूरे मामले को सूबे के डीजीपी ने गंभीरता से लिया है, प्रशांत प्रधान के साथ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की साठ-गांठ की जांच होगी. जांच में मिलीभगत पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई होगी. पुलिस और एटीएस की टीम अब प्रशांत के मोबाइल डिटेल खंगाल रही है.
प्रशांत को लेकर हजारीबाग पुलिस के पास लगातार पैरवियां आ रही है. प्रशांत किसी हाल में जेल से निकलना चाहता है और पूरे मामले में खुद को पाक साफ बताने की कोशिश कर रहा है.
न्यूज 11 भारत जल्द करेगा खुलासा
न्यूज 11 भारत जल्द खुलासा करेगा कि कोयला के अवैध कारोबार में प्रशांत प्रधान को कौन-कौन मदद पहुंचा रहा है. कैसे प्रशांत बड़कागांव से सबकी आंखों के सामने कोयले की चोरी कर खुले बाजार में बेचता है. न्यूज 11 भारत के पास इससे जुड़े कई सबूत मौजूद हैं. जिसे जल्द दर्शकों के सामने लाया जाएगा.
इससे पहले भी प्रशांत पर कई बार अवैध कोयला का कारोबार करने का आरोप लगा चुका है, लेकिन उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पाई थी. इसके पीछे आईपीएस अफसरों का हाथ सामने आया था. कई आईपीएस अधिकारियों से प्रशांत प्रधान का बेहतर संबंध है. इसी का वह फायदा उठाकर पूरे झारखंड में अवैध कोयला का कारोबार करता है.
विशेष टीम करेगी पूछताछ
झारखंड सरकार कोयले के अवैध कारोबार और उसमें हजारीबाग के वर्तमान DIG नरेंद्र सिंह की संलिप्ता को लेकर गंभीर है. सरकार एक विशेष टीम बना रही है, जो प्रशांत प्रधान से सिर्फ कोयला के अवैध करोबार से संबंधित पूछताछ करेगी. टीम के सदस्य अवैध कारोबार में सहयोग पहुंचाने वाले सेवानिवृत DG, वर्तमान में पदों पर बने आईपीएस का पता लगाएगी और पूछताछ के लिए जल्द विशेष टीम हजारीबाग जाएगी.
एटीएस गोली सप्लायर का लगा रहा पता
हजारीबाग में एटीएस की टीम ने प्रशांत प्रधान से पूछताछ की. एटीएस अब प्रशांत प्रधान पर शिकंजा कस रही है. हजारीबाग पुलिस और एटीएस प्रशांत प्रधान से इस बात की जानकारी लेने का प्रयास कर रही है कि उसके पास से जो गोली बरामद हुआ था, वह कहां से आया. प्रशांत प्रधान के पास से जो गोली मिली थी वह आम गोली नहीं है. इस तरह की गोली का इस्तेमाल आर्मी और पुलिस के द्वारा की जाती है.
जवानों और अवैध हथियार सप्लायरों से कनेक्शन जोड़ रही है एटीएस
एटीएस ने हाल के दिनों में अवैध हथियार और गोली सप्लाई के मामले में सेना के जवानों और कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. इन आरोपियों के पास से भी एटीएस ने वहीं गोली बरामद किया था जो आर्मी और पुलिस को सप्लाई किया जाता था. इस वजह से एटीएस प्रशांत प्रधान का उन हथियार सप्लायरों से कनेक्शन जोड़कर जांच कर रही है.