कौशल आनंद, न्यूज 11 भारत
रांचीः रूक्का डैम का पानी का लेबल 25 फीट नीचे जाने के बाद सिकिदरी हाईडल पावर प्रोजेक्ट को पानी देना बंद कर दिया गया है. इसके बाद सिकिदिरी हाईडल से मिलने वाली बिजली बंद हो गयी है. इसके कारण करीब 100 मेगवाट बिजली की कमी हो गयी है. इसके कारण रांची सहित पूरे राज्य में पीक ऑवर में लोड शेडिंग हो रही थी. बिजली का आना-जाना शुरू हो गया था. इसे पूरा करने के लिए टीवीएनएनएल के दूसरे इकाई को भी शुरू कर दिया गया है. बीती देर शाम को टीवीएनएल का यूनिट नंबर को लाइट अप करके देर रात से बिजली आपूर्ति शुरू कर दी गयी है. इससे कुछ राहत मिली है.
अब रूक्का डैम का पानी रखा जाएगा गर्मी में वाटर सप्लाई के लिए
रूक्का का वाटर लेबल आज सुबह 24.01 फीट दर्ज किया गया जो काफी कम है. पेयजल विभाग के अनुसार 31 दिसंबर तक कम से कम 26 फीट पूरी गर्मी आपूर्ति के लिए पानी का स्टॉक चाहिए. मगर अभी ही डैम का लेबल 24 फीट पर पहुंच गया है. पेयजल विभाग रूक्का के ईई विनोद कुमार के अनुसार अब जो पानी का भंडारण बचा है, उससे गर्मी में आसानी से चल जाएगा. क्योंकि ठंढ के मौसम के कारण अभी नमी बनी हुई है. कोई दिक्कत नहीं होगी. मालूम हो रूक्का डैम का निर्माण बिजली उत्पादन और वाटर सप्लाई के लिए हुआ था. बारिश के दिनों में सिकिदरी हाईडल को पानी दिया जाता है जिससे बिजली उत्पादन हो सके. मालूम हो कि शहर के 90 फीसदी इलाके में रूक्का से वाटर सप्लाई होती है. वाटर सप्लाई में दिक्कत न हो इस लिए सिकिदरी हाईडल को पानी देना बंद कर दिया गया है.
साल में महज 4 से 5 महीना ही होता है सिकिदरी से बिजली उत्पादन
बारिश के दिनों में जुलाई से लेकर अधिक से अधिक नवंबर या फिर दिसंबर पहले सप्ताह तक ही बिजली उत्पादन होता है. पानी कम हो जाने के बाद नवंबर में भी बिजली उत्पादन बंद हो जाता है. सिकिदरी हाईडल का कुल क्षमता 130 मेगावाट है. 65-65 का दो यूनिट है. पानी से उत्पादन होने के कारण यह बिजली सस्ता होता है. जेबीवीएनएल इस बिजली को प्रति यूनिट 1 रूपया के दर से खरीदता है. सिकिदरी हाईडल पावर प्रोजेक्ट एक मात्र झारखंड का हाईडल प्रोजेक्ट है. सिकिदरी हाईडल का निर्माण रांची में बिजली आपूर्ति के लिए किया गया था. अभी इसका बिजली का इस्तेमाल रांची में पीक ऑवर यानि की सुबह और शाम किया जाता है.
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सिकिदरी बंद होने के बाद टीवीएनएल की दूसरी इकाई को किया गया शुरू
सिकिदरी बंद हो जाने के बाद उर्जा उत्पादन निगम ने टीवीएनएल का महीनों से बंद पड़ा यूनिट नंबर दो से बिजली उत्पादन शुरू करवा दिया है. कल शाम में प्लांट लाइट अप हुआ और देर रात से बिजली उत्पादन होने के बाद बिजली आपूर्ति शुरू हो गयी. इसके बाद राहत मिली है. अब टीवीएनएल करीब 300 से 350 मेगावाट बिजली मिलने लगा है. टीवीएनएल की कुल क्षमता 420 मेगावाट की है. दो यूनिट 210-210 की है.
डीवीसी से 6 नवंबर से ही जारी है 50 फीसदी कटौती
डीवीसी से विगत 6 नवंबर से 50 फीसदी बिजली कटौती जारी है. इसके कारण डीवीसी कमांड एरिया धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, गिरिडीह, रामगढ़, चतरा आदि जिले में 10 से 12 घंटे तक शेडिंग चल रही है. उपर से सिकिदरी बंद हो जाने के बाद अचानक बिजली का कमी हो गयी थी. जिसकी भरपाई टीवीएनएल से करने का प्रयास किया जा रहा है. मालूम हो कि झारखंड का अपना उत्पादित बिजली केवल टीवीएनएल, आधुनिक पावर, इनलैंड पावर और सिकिदरी से ही करीब 500 मेगावाट मिलती है. जबकि राज्य को करीब करीब डीवीसी कमांड एरिया को छोड़कर 1500 मेगावाट बिजली सेंट्रल सेक्टर से लेनी पड़ती है. यानि कुल निर्भरता सेंट्रल सेक्टर पर ही है.