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रांचीः झारखंड में अवैध पत्थर खनन और ट्रांसपोर्टिंग मामले में गवाह विजय हांसदा को गिरफ्तार किया है. एक हजार करोड़ के घोटाले में ईडी ने विजय हांसदा को आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है. विजय हांसदा अवैध पत्थर खनन मामले में ईडी के गवाह हैं. जिले के जिरवाबाड़ी थाना के भवानी चौकी के रहने वाले विजय हांसदा और उनके पुत्र मनोज हांसदा को पुलिस ने बंदूक की नोक पर ग्रामीणों को धमकाने के आरोप में पकड़ा है. पुलिस को दोनों के पास से पिस्टल और गोलियां भी मिली है. दोनों के खिलाफ 286 और 2022 के नाम से प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पहले से भी दोनों का आपराधिक इतिहास रहा है. साहेबगंज के कारोबारी पंकज मिश्रा के मामले में विजय हांसदा ईडी के गवाह हैं. ईडी ने इनके खिलाफ मिली शिकायतों पर जांच भी की थी, 30 जुलाई को साहिबगंज पुलिस ने शस्त्र अधिनियम के एक मामले में रांची से पत्थर खनन व्यवसायी प्रकाश चंद्र यादव को गिरफ्तार किया था. उनके बेटे अंकुश कुमार यादव भी अवैध पत्थर खनन मामले में एजेंसी के गवाह हैं. बाद में प्रकाश चंद्र यादव पर क्राइम कंट्रोल एक्ट (सीसीए) के तहत साहिबगंज जेल भेज दिया गया. उनके खिलाफ सीसीए को भी समीक्षा समिति ने मंजूरी दी थी.
बता दें, विजय हांसदा ने साहेबगंज जिले के निंबू हिल्स में अवैध पत्थर खनन की शिकायत दर्ज कराई थी. विजय हांसदा ने अपनी शिकायत में आरोपियों के राजनीतिक प्रभाव के कारण उसकी प्राथमिकी स्वीकार नहीं की गई. बाद में उन्होंने मई माह में झारखंड पुलिस की वेबसाइट पर एक ऑनलाइन प्राथमिकी (शिकायत संख्या 120602) दर्ज कराई. लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो मामला व्यवहार न्यायालय तक पहुंचा. नींबू पहाड़ साहिबगंज जिले के जिरवावरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत झगडू चौकी के पास स्थित है. पंकज मिश्रा के अलावा विष्णु, पवित्रा, राजेश, संजय, बच्चू और शुभेश के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है. घटना के बारे में बताते हुए शिकायतकर्ता ने कहा कि ग्रामीण लगातार अवैध खनन से तंग आ चुके हैं, क्योंकि लगातार दिन-रात ब्लास्टिंग से उनके घरों को नुकसान पहुंचा है और प्रदूषित वातावरण में रहना भी मुश्किल हो रहा है.