पुराने संसद भवन में फोटो सेशन, PM मोदी समेत लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद उपस्थित
न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः संसद में पांच दिनों का विशेष सत्र चल रहा है. 18 सितंबर को शुरू हुआ सत्र 22 सितंबर तक चलेगा. आज दूसरा दिन है. वहीं सत्र की अगली चार कार्यवाही आज से संसद के नए भवन में चलेगी. इससे पहले लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों का पुराने संसद भवन में फोटो सेशन हुआ. जिसमें पीएम मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे सहित राज्यसभा और लोकसभा के सभी सांसद उपस्थित रहे. आपको बता दें, 96 साल पुराने इस संसद भवन का डिजाइन एडविन लुटियंस द्वारा किया गया था.

हमें भावुक करता है यह सेंट्रल हॉल- पीएम नरेंद्र मोदी
अपने भाषण की शुरुआत करते हुए सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दी. पीएम ने कहा कि नए संसद भवन में हम नए भविष्य का श्री गणेश करने जा रहे हैं. यहां विकसित भारत का संकल्प दोहराकर आज हम एक बार फिर संकल्पबद्ध होते हुए और उसको पूरा करने के पक्के इरादे से नए भवन की तरफ प्रस्थान कर रहे हैं. पीएम ने कहा कि ये भवन और उसमें भी यह सेट्रल हॉल एक प्रकार से हमारी भावनाओं से भरा हुआ है. हमें भावुक भी करता है और हमें हमारे कर्तव्य के लिए प्रेरित भी करता है.
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के पूर्व ये खंड एक प्रकार से लाइब्रेरी के रूप में इस्तेमाल होता था. बाद में यहां संविधान सभा की बैठक शुरू हुई. उसमें गहन चर्चा करके हमारे संविधान ने यहीं पर आकार लिया. यहीं पर 1947 में अंग्रेजी हुकूमत ने सत्ता हस्तांतरण किया. यह सेंट्रल हॉल उस प्रकिया का भी साक्षी है. कि इसी सेंट्रल हॉल से भारत के तिरंगे को और राष्ट्रगान को अपनाया गया. इसी सेंट्रल हॉल पर 4 हजार से ज्यादा कानून पास हुए.
राजेंद्र प्रसाद, नेहरू, पटेल को मल्लिकार्जुन खड़के ने किया याद
आज यहां इस ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में हम सभी भारत की संसद की समृद्ध विरासत का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए हैं. यह बातें मल्लिकार्जुन खड़के ने संसद में अपने संबोधन में कहा. उन्होंने आगे कहा कि संसद की इसी सेंट्रल हॉल में संविधान सभा की बैठक 1946 से 1949 तक हुई थी. आज हम विनम्रतापूर्वक डॉ. राजेंद्र प्रसाद, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और बीआर अंबेडकर के योगदान को याद करते हैं. उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आभारी हैं कि उन्होंने कल अपने भाषण में बोलते हुए नेहरू के प्रयासों का उल्लेख किया.
पीएम के नेतृत्व में देश को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएंगे: पीयूष गोयल
पीयूष गोयल ने कहा कि हम सभी ने कल के दिन इस भवन में सार्थक चर्चा की थी. नए संसद भवन में प्रवेश करना आज एक ऐतिहासिक पल है. इस मौके पर सभी सदस्यों को बधाई देना चाहता हूं. पीयूष गोयल ने कहा नया संसद भवन आत्मनिर्भर भारत की पहचान बनेगा. पीएम मोदी के नेतृत्व में हम सब इस देश को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएंगे. लक्ष्य बड़ा और राह कठिन है. लेकिन हम सभी अपने दायित्वों का निर्वहन तत्पर्ता से करेंगे.
महिला आरक्षण से बदलेगी महिलाओं की किस्मत- मेनका गांधी
पुराने संसद भवन के अंतिम दिन संसद में मेनका गांधी ने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में देश की महिलाओं को बराबरी का अधिकार मिलने जा रहा है. महिला आरक्षण बिल से हाशिए पर खड़ी महिलाओं की किस्मत बदल जाएगी. उन्होंने कहा कि हम सभी पुराने संसद से नए संसद भवन में जा रहे हैं. 32 साल की अपनी उम्र में मैं संसद आई. और मैंने अपने पति की मौत के 9 साल बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में BJP पार्टी ज्वाइन की थी.
महिला आरक्षण बिल लोकसभा में आज ही किया जाएगा पेश
महिला आरक्षण बिल को कानून मंत्री आज ही लोकसभा में पेश करेंगे. आपको बता दें, इस विधेयक में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत/एक तिहाई सीटें आरक्षित करना का प्रस्ताव है. विधेयक के अंतर्गत 33 प्रतिशत कोटा के भीतर SC, ST और एंग्लो-इंडियन के लिए उपआरक्षण का भी प्रस्ताव है. इसमें यह भी प्रस्तावित है कि हरेक आम चुनाव के उपरांत आरक्षित सीटों को रोटेट किया जाना चाहिए.
27 सालों में कई बार पटल पर लाया गया था विधेयक
बता दें, विशेष सत्र के पहले दिन 18 सितंबर (सोमवार) को केंद्रीय कैबिनेट ने से महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दे दी है. अब माना जा रहा है कि इस विधेयक को सरकार लोकसभा में जल्द ही पेश कर सकती है. हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब इस विधेयक को पलट पर लाया गया है इससे पहले इसे 1996 से 27 साल में कई बार संसद की पलट पर लाया गया था लेकिन यह विधेयक लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदन में पास नहीं हो सका था. साल 2010 में काफी हंगामे के बीच यह बिल राज्यसभा में पारित हो गया था मगर लोकसभा में पारित नहीं हो सका.