न्यूज11 भारत
रांची: शुक्रवार 10 जून की रांची हिंसा की घटना के बाद से राजधानीवासियों का ध्यान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कम हो गया है. राजधानी में 10 जून की शाम से 35 घंटे तक इंटरनेट सेवा भी बाधित रही. आम लोग क्या खास को भी इंटरनेट नहीं रहने से परेशानी हुई. इसी बीच तीन दिनों से ईडी की कार्रवाही से भी लोगों का ध्यान भटक गया है. छह मई 2022 से लगातार ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय का समाचार देखने और पढ़ने को लेकर लोग बेसब्री से इंतजार करते थे. तीन दिनों से ब्रोकर प्रेम प्रकाश, आइएएस पूजा सिंघल, आइएएस पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा और उनके करीबियों से लोगों की नजर बदली है. इसकी मुख्य वजह रांची में 36 घंटे से अधिक समय तक इंटरनेट की सेवा बाधित रहना बताया जा रहा है. इस बीच पिछले एक महीने से ईडी की कार्रवाई को लेकर कई जिलों के जिला खनन पदाधिकारियो से हो रही पूछताछ सभी तरह की मीडिया के लिए एक आकर्षण का केंद्र बने रहे थे.
हालांकि शनिवार को भी ईडी दफ्तर में गहमा-गहमी कम दिखी. कई वाहन ईडी दफ्तर देखे गये थे. ईडी की टीम आइएएस पूजा सिंघल प्रकरण में पाकुड़, दुमका, पलामू, साहेबगंज, सरायकेला-खरसांवां, पश्चिमी सिंहभूम, जमशेदपुर, रांची के डीएमओ से पूछताछ की गयी थी. इसके अलावा कई जिलों के डीटीओ, पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा, रांची नगर निगम के पदधारी समेत राजधानी के बड़े बिल्डरों से पूछताछ की जा रही थी. शुक्रवार दोपहर बाद से ईडी दफ्तर से मीडिया रांची के मेन रोड की तरफ मुखातिब हो गये हैं. इसलिए अभी ईडी कार्यालय की तरफ किसी का ध्यान नहीं है.
इस बीच ईडी के झारखंड प्रमुख रहे सुबोध कुमार का भी तबादला कर दिया गया है. यह बताया जा रहा है कि उप निदेशक सुबोध कुमार का तबादला भुवनेश्वर कर दिया गया है. इन्होंने मनरेगा घोटाले में प्राथमिकी दर्ज करने से लेकर आइएएस पूजा सिंघल प्रकरण में अपनी महति भूमिका निभायी थी. इसके अलावा कई औऱ कांडों के पटाक्षेप करने में महत्वपूर्ण भमिका रही थी.