न्यूज11 भारत
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2021 में बनाए गए झारखंड पवेलियन में शनिवार के दिन काफी भीड़ देखने को मिली. पवेलियन में आने वाले लोग जहां एक ओर झारखंड के उत्पादों को पसंद कर रहे हैं और खरीद रहे हैं, वहीं झारखंड प्रदेश के विभिन्न विभागों की स्टॉल पर योजनाओं की जानकारियां ले रहे हैं. झारखंड पवेलियन में बनाए गए झारखंड माइंस एंड जियोलॉजी डिपार्टमेंट के स्टॉल पर लोगों की खूब भीड़ देखने को मिली. झारखंड माइंस एंड जियोलॉजी डिपार्टमेंट ने अपनी स्टॉल पर अलग-अलग खनिजों का लाइव डेमो रखा हुआ है. जिसमें गोल्ड और एमरल्ड के सैंपल में लोगों की खासी रूचि देखने को मिल रही है.
झारखंड माइंस एंड जियोलॉजी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर विजय कुमार ओझा ने बताया कि स्टॉल पर प्रदर्शित किए गए लाइव डेमो और अन्य खनिजों की जानकारी दी जा रही हैं. प्रदर्शित किए गए खनिजों में ग्रेफाइट, कोल, आयरन ओर, माइका, बॉक्साइट, क्यूनाइट लगाए गए है. ग्रेफाइट का उपयोग पेंसिल बनाने में, कोल का उपयोग ऊर्जा बनाने में, आयरन ओर का इस्तेमाल लोहा बनाने में, माइका का उपयोग पेंट बनाने में, बॉक्साइट का उपयोग अल्मूनियम बनाने में, क्यूनाइट का उपयोग रेफेक्टरी बनाने में किया जाता है. प्रदर्शित किए गए खनिजों के आलावा लाइम स्टोन, गोल्ड, माइका, मैगनीज, यूरेनियम आदि भी पाया जाता है.
पवेलियन में स्कूल के बच्चों में खनिजों के सैंपल में रूचि दिख रही है. उनको खनिजों के प्रकार, उसके अन्वेषण और प्रसंस्करण की जानकारी दी जा रही है. गुरुग्राम से आए कुछ व्यवसायियों से जानकारी साझा करते हुए उन्होंने बताया गया कि झारखंड देश की कुल खनिज संपदा का 40% खनिज का आधिपत्य रखता है. झारखंड कोल में देश में तीसरे पायदान और बॉक्साइट में सातवें पायदान पर है. वर्तमान में विभाग आधुनिक तकनीकी के प्रयोग पर जोर दे रहा है. जिसमें ब्लॉक का सर्वेक्षण ड्रोन कैमरे द्वारा किया जा रहा है. आने वाले कुछ महीनो में झारखंड माइंस एंड जियोलॉजी डिपार्टमेंट एमेराल्ड की खदान के ऑक्शन प्रक्रिया करने जा रही है.