आशीष शास्त्री/न्यूज़ 11 भारत
सिमडेगा: कहते हैं कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो शौक परवान चढ जाता है. ऐसा हीं हुआ एसएस प्लस टू की छात्रा प्रिति कुमारी के साथ. शौक ने गांव की इस तान को तराशा और किस्मत ने मौका दिया तो शौक परवान चढ गई.
ठेठईटांगर प्रखण्ड के मेरोमडेगा गांव के साधारण से परिवार की प्रिति कुमारी बचपन से हीं गीत गुनगुनाते रहती थी. गांव के स्कूली शिक्षा के दौरान भी शिक्षकों का उसके गीत को प्रोत्साहन मिलाता रहा. यहीं प्रोत्साहन प्रिति के गायकी के शौक को हौसला देता रहा. एसएस प्लस टू के उच्च शिक्षा तक पंहुचते पंहुचते उसके इस गायकी के शौक गांव की तान को निखार मिल गया और गायकी अव्वल दर्जे की हो गई. भारत सरकार के सम्रग शिक्षा के तहत ऑनलाईन कला संस्कृति प्रतियोगिता ने प्रिति के इस शौक को एक सुनहरा मौका दे दिया. एसएस प्लस टू स्कुल के शिक्षकों ने उसे इस प्रतियोगिता के लिए बुस्टप किया. प्रिति ने भी ऑनलाईन प्रतियोगिता में पुरी ईमानदारी से अपनी प्रतिभा उड़ेल दी. फिर क्या था इसके शौक को जो आज तक गांव की गलियों और स्कुल के चारदिवारी तक बिखेरता था. राष्ट्रीय स्तर पर उस आवाज को बिखेरने का मौका प्रिति को मिल गया.
प्रिति अब राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में अपनी आवाज का जादुई बिखेर सिमडेगा का नाम रोशन करेगी. प्रिति की इस कामयाबी से पुरा स्कुल परिवार काफी हर्षित है.