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रांची/डेस्क: संसद के 5 दिवसीय विशेष सत्र की शुरुआत आज (18 सितंबर) से होगी. केंद्र सरकार द्वारा 18 सितंबर से 22 सितंबर 2023 तक संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है. सदन के पहले दिन की कार्यवाही पुराने संसद भवन में चलेगी. इसके दूसरे दिन से सदन नए संसद में चलेगी. जानकारी के मुताबिक, आज 18 सितंबर को सत्र की शुरुआत पुराने संसद भवन में होगी. इसके बाद 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर सत्र को नए संसद भवन में ले जाया जाएगा.
बता दें, संसद का विशेष सत्र शुरू होने से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने 17 सितंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. बताते चले कि पांच दिवसीय यानी 18 से 22 सितंबर तक संसद के विशेष सत्र का ऐलान केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 31 अगस्त को ही कर दी थी. हालांकि, उस वक्त सत्र के लिए एजेंडा गुप्त रखा गया था. जिसके कारण विपक्ष की तरफ से आलोचना और अटकलें काफी तेज हो गई थी.
75 सालों के इतिहास पर चर्चा
आज 18 सितंबर को पांच दिवसीय सत्र में संसद के पिछले 75 सालों के इतिहास पर चर्चा की जाएगी. जिसमें संविधान सभा से लेकर आज तक के संसदीय यात्रा पर चर्चा की जाएगी. इसके साथ ही सरकार चार विधेयकों को भी मंजूरी देगी. इसमें मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से संबंधित विधेयक भी शामिल है. इसे लेकर काफी विवाद चल रहा है.
विशेष सत्र के एजेंडा को लेकर उठा रहे सवाल
विपक्ष लगातार केंद्र सरकार द्वारा बुलाए गए 5 दिनों के इस विशेष सत्र के एजेंडा को लेकर सवाल उठा रहे थे. केंद्र सरकार पर कांग्रेस की ओर से निशाना साधा जा रहा था साथ ही विपक्ष लगातार अपनी मांग रख रही थी मोदी सरकार एजेंडा का ऐलान करें. और अब इसे लेकर केंद्र सरकार ने एक प्रस्तावित एजेंडा जारी कर दिया है. हालांकि, इस बीच कई ऐसी अटकलें सामने आ रही थी, कि सरकार द्वारा बुलाए जाने वाले विशेष सत्र में सरकार 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' और देश का नाम 'इंडिया' से बदलकर 'भारत' करने का प्रस्ताव लाएगी या ला सकती है.
चार विधेयक को भी मिलेगी मंजूरी
बता दें, 3 अगस्त को राज्यसभा में अधिवक्ता (संशोधन) विधेयक-2023, प्रेस और आवधिक पंजीकरण विधेयक-2023 को पारित किया गया था. इन विधेयकों को अब लोकसभा में भी पेश किया जाएगा. इसके अलावे 10 अगस्त को डाकघर विधेयक-2023 और मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और कार्यालय की अवधि) विधेयक-2023 को राज्यसभा में पेश किया गया था जिसपर विशेष सत्र के दौरान अब चर्चा की जाएगी.