न्यूज11 भारत, सरफराज कुरैशी
रांचीः झारखंड में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. एक्टिव केस की संख्या 151 पर पहुंच गई है. राज्य का सबसे संक्रमित जिला राजधानी बना हुआ है. स्वास्थ्य विभाग झारखंड की ओर से गुरूवार की रात जारी रिपोर्ट के अनुसार रांची में वर्तमान में 97 एक्टिव केस हैं. इधर बीते एक सप्ताह से नए मरीज अधिक संख्या में निकल रहे हैं, जबकि ठीक होने वाले संक्रमितों की संख्या कम हो रही है. इसके बावजूद कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षा चक्र यानी वैक्सीन लेने में लोगों की दिलचस्पी कम हो गई है. वैक्सीन लेने के प्रति पहले जैसा उत्साह नजर नहीं आ रही है. इसका प्रमाण है राज्य का आंकड़ा…झारखंड के 24 जिलों में दूसरे डोज लगाने के मामले में 18 साल से अधिक उम्र के लोग अभी भी लक्ष्य से 26 प्रतिशत दूर हैं. फर्स्ट डोज के मामले में जहां लक्ष्य से एक प्रतिशत अधिक 101 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीन लिया है. वहीं, दूसरे डोज के मामले में महज 74 प्रतिशत लोगों ने ही डोज लिया है. खूंटी जिला में 111 प्रतिशत, गुमला ने 100 प्रतिशत और सिमडेगा में 100 प्रतिशत लोगों ने दूसरा डोज लिया है. सबसे खराब स्थिति कोडरमा जिले की है. यहां महज 60 प्रतिशत लोगों ने ही दूसरा डोज लिया है.
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प्रीकॉशन डोज लेने में बुजुर्गों की नहीं है रूचि
हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 60 प्लस एज ग्रुप के लोगों को प्रीकॉशन डोज लगाई जानी है. प्रीकॉशन डोज लेने के लिए पहले तो लोगों की भीड़ वैक्सीनेशन सेंटर पर नजर आती थी, मगर जैसे-जैसे कोरोना कमजोर हुआ, लोग बेपरवाह हो गए. प्रीकॉशन डोज लगाने के मामले में सबसे खराब स्थिति बुजुर्गों की है. 60 प्लस एज ग्रुप के 32,50,000 लोगों को डोज देने का लक्ष्य रखा गया है. मगर अभी तक महज 1,66,613 लोग यानी लक्ष्य से महज 5 प्रतिशत लोगों ने ही डोज लिया है. दूसरी ओर 2,09,658 हेल्थ केयर वर्कर को प्रीकॉशन डोज दिया जाना है जिसमें से 42 प्रतिशत यानी 87451 ने डोज ले लिया. वहीं, 3,68,691 फ्रंटलाइन वर्कर में से 32 प्रतिशत यानी 1,18,213 लोगों प्रीकॉशन डोज लिया है.
सिर्फ 19 प्रतिशत किशोरों ने लिया है दूसरा डोज
ओमिक्रॉन जैसे खतरनाक वैरिएंट को देखते हुए केंद्र सरकार ने किशोरों को भी सुरक्षा कवच के घेरे में रखने के लिए वैक्सीनेशन का डोज लगाने का निर्णय लिया. शुरू में बहुत अच्छा रिस्पॉन्स रहा. अभिभावक भी परेशान थे कि कैसे उनके बच्चे को वैक्सीन का डोज लगे. राज्य में 15,94,000 किशारों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया. अभी तक 8,11,501 ने यानी 51 प्रतिशत किशोरों ने पहला डोज लिया. वहीं, महज 3,06,514 यानी 19 प्रतिशत किशोरों ने ही दूसरा डोज लिया है. राज्य के गुमला और सिमडेगा जिले ही ऐसे हैं जहां किशोरों ने लक्ष्य का 60 प्रतिशत से अधिक डोज ले लिया है. रांची में महज 10 प्रतिशत लक्ष्य ही पूरा हुआ. वहीं, किशोरों के दूसरे डोज के मामले में सबसे खराब स्थिति लोहरदगा जिले की है यहां महज 7 प्रतिशत किशोरों ने ही डोज लिया है.
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रांची में किस एज ग्रुप का कितना है टारगेटः
कैटेगरी टारगेट फर्स्ट डोज सेकेंड डोज
12-14 साल 15,94,000 811501 306514
15-17 साल 23,98,000 14,66,685 8,69,542
18 साल प्लस 2,10,46,083 2,11,92,154 1,55,03,627