न्यूज11 भारत
रांची: राज्य की राजनीतिक स्थिति और परिस्थिति किस करवट बैठेगी, वह एक जून को काफी हद तक स्पष्ट हो जाने की उम्मीद जतायी जा रही है. विगत एक महीने से राज्य में राजनीतिक उहापोह की स्थिति बनी है, केवल झारखंड ही नहीं बल्कि अब पूरे देश की नजर झारखंड पर टिक गयी है. जनता भी अब जानना चाह रही है कि वर्तमान राजनीतिक संकट का अंतत: फलाफल क्या होता है? कहें तो पूरे राज्य की राजनीतिक और नौकरशाही में एक हलचल और बेचैनी से मची है.
एक जून और इसके पहले क्या-क्या होना है
-30 मई को 9 ए मामले में इलेक्शन कमीशन के समक्ष उपस्थित होना है
-31 मई को इसी मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इलेक्शन कमीशन के समक्ष उपस्थित होना है
-कयास लगाए जा रहे हैं कि 1 जून तक इलेक्शन कमीशन कुछ न कुछ निर्णय ले लेगा कि हेमंत सोरेन और बंसत सोरेन का विधायकी पर क्या होगा?
-अब एक जून को हाईकोर्ट में चल रहे मामले की सुनवाई होगी, इस दिन हाईकोर्ट में क्या होता है, इस पर भी सबकी निगाहें टिकी होंगी. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में एक तरह से हाईकोर्ट को अधिकृत कर दिया है.
-ईडी की भी दबिश अब दिनों दिन बढ़ती जा रही है, जिसकी आंच कहीं न कहीं सत्ता के गलियारे तक पहुंच रही है. इसलिए आगामी एक सप्ताह में ईडी भी कुछ न कुछ कंक्रीट निर्णय पर पहुंच सकता है.