इनके बाद अगस्त 2021 में पूजा सिंघल को बनाया गया था खान विभाग का सचिव
न्यूज11 भारत
रांची: झारखंड सरकार ने तत्कालीन खान एवं भूतत्व सचिव के श्रीनिवासन के खिलाफ एसीबी जांच की अनुमति नहीं दी थी. इनके साथ उप निदेशक खान शंकर सिन्हा और राजेश कुमार पांडेय पर प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति मंत्रिमंडल निगरानी विभाग की तरफ से मांगी गयी थी. सरकार के पास पलामू, कोल्हान प्रमंडल, चाईबासा से क्रशर प्लांटों का आइडी ब्लाक करने और अवैध चालान के जरिये स्टोन चिप्स, बालू और अन्य की ढुलाई करने की शिकायतें मिली थीं. इन्हीं शिकायतों के बाबत सरकार से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सरकार से प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति मांगी थी. जानकारी के अनुसार चाईबासा में 30 से अधिक लौह अयस्क से जुड़े क्रशरों की जांच खान सचिव ने शुरू करायी थी. खान सचिव के श्रीनिवासन ने यह आदेश दिया था कि चाईबासा के लौह अयस्क खदानों से जुड़े क्रशर समेत राज्य के अन्य जिले, जहां स्टोन क्रशर हैं, वहां की स्थिति की जांच करायी जाये और सरकार को रिपोर्ट किया जाये, तभी ई-चालान और अन्य निर्गत किये जायेंगे. इसको लेकर कई अनियमितताओं की शिकायत भी सरकार के पास क्रशर मालिकों ने की थी. चार महीने तक सभी संबंधित जिलों में ई-चालान भी निर्गत नहीं किये गये. ई-चालान निर्गत करने और आइडी को फिर से एक्टिव करने के लिए एक मोटी रकम की वसूली भी की गयी थी. कहा जाता है कि के श्रीनिवासन की तिकड़ी को काफी लाभान्वित किया गया था. सरकार की तरफ से आइएएस पूजा सिंघल को खान एवं भूतत्व विभाग, उद्योग विभाग का सचिव बनाया गया. तबादला होने के एक महीने तक के श्रीनिवासन गायब रहे.
के श्रीनिवासन की तिकड़ी में शामिल थे रांची और पलामू के उप निदेशक खान
आइएएस के श्रीनिवासन की तिकड़ी में रांची और पलामू के उप निदेशक खान शामिल थे. इनके बारे में यह बताया जाता है कि ये दोनों विभागीय सचिव के आदेशों का तामिला करने में सबसे अग्रणी थे. रांची के उप निदेशक खान शंकर सिन्हा और पलामू के उप निदेशक राजेश कुमार पांडेय की विभागीय सचिव से काफी फबती थी. सूत्रों का कहना है कि शंकर सिन्हा वही माइनिंग अधिकारी हैं, जिन्हें तत्कालीन खान निदेशक आइडी पासवान और बीबी सिंह की तरफ से पूछा तक नहीं जाता था. उस समय खान विभाग में सबसे अधिक पूछ राघव नंदन प्रसाद की होती थी. बाद में शंकर सिन्हा और राजेश कुमार पांडेय और अन्य ने अपना कद काफी बढ़ा लिया और फिट फॉर एवरीथिंग जैसी स्थिति कर ली. जैसा शासन रहता था, वैसा ही ये रम जाते थे.
मौखिक आदेश देकर के श्रीनिवासन ने रोक दिया था बालू, पत्थर और लौह अयस्क का परिवहन चालान
आइएएस के श्रीनिवासन ने मौखिक आदेश देकर बालू, पत्थर और लौह अयस्क का परिवहन चालान रोक दिया था. 13 अगस्त 2020 को चाईबासा जिले के 30 क्रशरों के आइडी ब्लाक कर दिये गये थे. झारखंड इंटीग्रेटेड माइंस एंड मिनरल्स मैनेजमेंट सिस्टम में आइडी तक ब्लाक कर दिया गया था. यह हवाला दिया गया कि कनेक्टिविटी की समस्या से ऐसा हुआ है. जबकि बात कुछ और थी. यह आइडी नवंबर 2020 में खोला गया था. इन पर ओड़िशा माइंस एंड मैंग्नीज कंपनी (ओएमएम) और शाह ब्रदर्स कंपनी को लाभ पहुंचाने का आरोप लगा था. इस मामले को निर्दलीय विधायक सरयू राय ने विधानसभा से लेकर कई प्लैटफार्म में उठाया था और इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की थी. सरयू राय ने विधानसभा में शिकायत की थी कि ओएमएम ने झारखंड में मिले खनन पट्टे पर जरूरत से ज्यादा खनन कर लिया था, जिसकी अनुमति माइनिंग प्लान के तहत ओएमएम को नहीं दी गयी थी. यह मामला तब घटा था, जब के श्रीनिवासन चाईबासा के उपायुक्त थे.