Friday, Apr 26 2024 | Time 00:59 Hrs(IST)
 logo img
NEWS11 स्पेशल


बिजली की स्थिति में सुधार नहीं, पूरी रात बेहाल रहे लोग, सुबह से शुरू है पावर कट

सरकार और JBVNL के दावे के विपरित बीती से लेकर अब तक जारी है पावर कट
बिजली की स्थिति में सुधार नहीं, पूरी रात बेहाल रहे लोग, सुबह से शुरू है पावर कट
न्यूज11 भारत 




रांची: सरकार और जेबीवीएनएल के दावे के विपरित बिजली आपूर्ति में कोई सुधार नहीं दिख रहा है. बीती रात से लेकर आज सुबह से अब तक बिजली आपूर्ति की स्थिति पूरी तरह चरमरायी हुई है. बीती रात केवल राजधानी रांची में पूरी रात बिजली आने-जाने का सिलसिला जारी रहा. लोग भीषण गर्मी में बेहाल रहे. नींद आती नहीं की बार-बार पावर कट से लोगों की पूरी रात खराब रही. सबसे अधिक परेशानी महिलाओं और बच्चों को हो रहा है. स्कूल सुबह 6 बजे हो गयी है. इसलिए बच्चों और महिलाओं को सुबह पांच बजे उठना मजबूरी है. मगर रात भर बिजली कट से महिलाओं और बच्चों को बहुत अधिक बूरा हाल हो रहा है. 

 

रांची में फूल लोड का दावा, फिर भी पावर कट

 

रांची जीएम पीके श्रीवास्तव ने कहा कि सुबह से रांची का पावर नॉर्मल हो गया है. करीब 90 प्रतिशत स्थिति नॉर्मल हो चुकी है. रांची को फुल लोड बिजली मिलनी शुरू हो गयी है. मगर जीएम के दावे के विपरित स्थिति रही. सुबह से ही मधुकम, पहाड़ी और किशोर गंज फीडर बेहाल रही. केवल मधुकम फीडर की बात की जाए तो सुबह 6 बजे से 10 बजे तक पांच-दस मिनट में बिजली आने का सिलसिला जारी रहा. 

 

ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति और अधिक खराब

 

शहर की बात छोड़ दें तो ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति अब भी बहुत अधिक खराब बनी हुई है. ग्रामीण क्षेत्रों में मुश्किल से 12 से 15 घंटे भी बिजली नहीं मिल रही है. रांची सहित पूरे झारखंड के जिलों और क्षेत्रों में बिजली की स्थिति बहुत अधिक खराब बनी हुई है. 

 

दावे के विपरित पूरी रात लोग बिजली के कारण रहे बेहाल

 

सरकार की ओर से दावा किया गया था कि अतिरिक्त बिजली खरीदी के लिए पैसा मुहैया करा दिया गया है. जेबीवीएनएल की ओर से भी दावा किया गया था कि पीक ऑवर समाप्त होने के बाद रात 11 से 12 बजे के बीच सामान्य हो जाएगी. मगर स्थिति सामान्य नहीं हो पायी. पूरी रात रांची में पावर कट का सिलसिला जारी रहा. लोग पावर कट से पूरी तरह से परेशान रहे. अमूमन पावर कट की स्थिति रांची सहित पूरे राज्य में बीती रात बनी रही.
अधिक खबरें
महुआ के 'फूलों की खुशबू' से गरीबों के जीवन में आ रही 'खुशहाली'
अप्रैल 08, 2024 | 08 Apr 2024 | 1:56 AM

हजारीबाग में मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में जंगलों में महुआ के फूल गिरने लगते हैं. इन्हें इकट्ठा करने के लिए लोग मार्च से मई महीने में करीब 15 दिनों तक जंगल जाते हैं. इस दौरान महुआ के फूलों को चुनने के लिए पेड़ के नीचे की जमीन को साफ करने के लिए सूखे पत्तों में आग लगा दी जाती है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा से खास बातचीत, बेबाकी से रखी अपनी बात
अप्रैल 05, 2024 | 05 Apr 2024 | 9:36 AM

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने अपने आवास ऋषभ वाटिका में हजारीबाग संसदीय क्षेत्र की राजनीति के अलावे देश के बड़े मुद्दों पर अपनी राय रखते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. कहा कि 1984 में भले ही हजारीबाग संसदीय क्षेत्र की जनता ने मुझे महज 10 हुजार 727 वोट दिया लेकिन मुझे इन वोटों के साथ एक निर्वाचन क्षेत्र मिल गया. मैं जब चाहूं हजारीबाग में भाजपा को दो फाड़ कर सकता हूं. इन 40 वर्षों के अपने इ

महुआ बन रहा ग्रामीणों के आर्थिक संरचना का आधार: बिचौलियों के कारण नहीं मिल रहा ग्रामीणों को उचित मूल्य
मार्च 28, 2024 | 28 Mar 2024 | 11:25 AM

झारखण्ड के दक्षिणी छोर पर बसे सिमडेगा की मुख्य आर्थिक संरचना वन उत्पादों पर आधारित है. कल कारखानों से रहित इस जिले मे मुख्य जीविका वनो से निकली उत्पादो पर ही अधारित हैं इन मे से सबसे महत्वपुर्ण उत्पाद महुआ है.

Summer Vacation: अगर आप भी गर्मी में कर रहे है घूमने का प्लान तो जरूर विजिट करें देश की ये बेस्ट जगहें
मार्च 18, 2024 | 18 Mar 2024 | 1:20 AM

हमारा भारत एक ऐसा देश है जहां हर मौसम में घूमने के लिए जगह बदल जाती है. अब लोगों को लगभग लगभग ठंड से राहत मिल गयी है. वहीं अब गर्मी का मौसम आने वाला ही है. ऐसे में लोग अभी से ही गर्मियों की छुट्टी में घूमने का प्लान बना लेते है. अगर आप भी घूमने का प्लान बना

महिलाओं को सफर में नहीं लेना होगा टेंशन क्योंकि अब साथ है 'मेरी सहेली'
मार्च 15, 2024 | 15 Mar 2024 | 3:21 AM

दिन-ब-दिन महिलाओं के साथ अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं. ट्रेन हो या चाहे बस कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है. ऐसे में सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई तरह की योजना लाई जाती है. मेरी सहेली योजना भी एक ऐसी योजना है, जिसमें महिलाओं को यात्रा के समय सुविधाएं दी जाती है.