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रांची: झारखंड के तीन राष्ट्रीय उच्च पथ को मिला कर राजधानी रांची में आउटर रिंग रोड बनाया जायेगा. इसको लेकर नेशनल हाइवे अथोरिटी ऑफ इंडिया की रांची शाखा की तरफ से निविदा आमंत्रित की गयी है. 160 किलोमीटर लंबे रिंग रोड को लेकर NH- 20, NH-75, NH-23 को जोड़ा जायेगा. राजधानी रांची के उरकिल (NH-20), ब्रांबे (NH-75), नगड़ी के कुरगी (NH-23) को रांची बाइपास के रूप में जोड़ा जायेगा. 160 किमी लंबी आउटर रिंग रोड का काम तीन फेज में बनेगा. पहले चरण में 48 किलोमीटर तक की सड़क बनायी जायेगी.
एनएचएआइ के रांची डिविजन की तरफ से एक लाख रुपये रुपये का नन रिफंडेबल एमाउंट में निविदादाताओं को जमा करने को कहा गया है. NHAI के रांची डिविजन के कार्यालक अभियंता के अनुसार EPC मोड पर सड़क बनवायी जायेगी. इसके लिए जमीन अधिग्रहण से लेकर पर्यावरण क्लीयरेंस की औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं. जानकारी के अनुसार आउटर रिंग से ही मध्यप्रदेश, पलामू, गढ़वा, गुमला और हजारीबाग को जोड़नेवाली सड़क से ही बड़ी गाड़ियां गुजरेंगी. इनका प्रवेश रांची शहर में नहीं हो पायेगा. सरकार की ओर से पहले से ही इस सड़क को लेकर डीपीआर तैयार कराया जा रहा था. इसको लेकर पथ निर्माण विभाग की तरफ से औपचारिकताएं भी पूरी की जा रही थी. सरकार की ओर से आउटर रिंग रोड के निर्माण के लिए केंद्रीय सहायता भी मांगी जायेगी. आउटर रिंग रोड सिक्स लेन की होगी.
पूर्व से रांची में बनी है 80 किलोमीटर लंबी रिंग रोड
रांची शहर के बाहरी इलाकों में पूर्व से ही 80 किलोमीटर तक की लंबी रिंग रोड बनी है. यह रिंग रोड छह चरणों में बनी है. अभी भी विकास से लेकर टाटीसिलवे होते हुए नामकुम के रामपुर हाट तक की सड़क नहीं बन पायी है. रामपुर हाट, तुपुदाना, बालसिरिंग, धुर्वा का हटिया डैम, रातू चौक, कांके और कांके से विकास तक की सड़क बनी है. इसके लिए राजधानी रांची में रिंग रोड के निर्माण में 10 वर्ष से अधिक का समय लगा. फिलहाल रांची का रिंग रोड फोर-वे लेन है.