आशीष शास्त्री, न्यूज11भारत
सिमडेगा : जिले से एक ऐसा मामला सामने आया था, जहां एक मां ने गरीबी और समाज के डर से अपने नवजात बच्चे को महज 20 हजार रूपए में बेच दिया. लेकिन न्यूज 11 भारत ने बच्चे के भविष्य को संवारने और उसे फिर से उसकी मां की गोद दिलाने के लिए सिमडेगा उपायुक्त सुशांत गौरव और सिमडेगा एसपी डॉ. शम्स तब्रेज से मिल कर सारे मामलों पर चर्चा की और सिमडेगा पुलिस की मदद से बच्चे को छत्तीसगढ़ से वापस मंगवाया और बच्चे को उसकी मां को सौंपा.
प्रेम जाल में फंसी थी युवती
दरअसल, सिमडेगा की एक युवती गांव के ही एक युवक के प्रेम जाल में फंस गई थी. इसके बाद युवक ने प्रेम की सारी सीमाओं को लांघा जिससे युवती गर्भवती हो गई और बच्चे का जन्म भी हुआ. समाज की पंचायत बैठी और युवती के साथ युवक को शादी के लिए दबाव बनाया गया, लेकिन युवक वहां हामी भरने के बाद हो फरार गया. इधर युवती के परिजन जो पहले से गरीबी का दंश झेल रहे थे, उन्हें इस नवजात के कारण समाज का डर सताने लगा, जिसके कारण उसे दूसरों के हाथ सौंप दिया गया. जिसने बच्चा लिया उसने इसके एवज में बच्चे की मां को 20 हजार रूपये भी दिए.
छतीसगढ़ से रिकवर हुआ नवजात
मामला चाइल्ड लाईन और न्यूज 11 भारत तक पंहुचा, चैनल के ब्यूरो ने युवक और युवती के परिजन से मिल पुरे मामले की जानकारी ली. इसके बाद न्यूज 11 ब्यूरो उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक से मिले. उपायुक्त ने कहा कि बच्चा को वापस लाया जाएगा. अगर बच्चे को मां और समाज नहीं स्वीकार करेगी तो बच्चा प्रशासन की छत्र छाया में पलेगा. पुलिस कप्तान ने भी मामले को गंभीरता से लिया और सोशल पुलिसिंग की अनूठी मिशाल पेश करते हुए सूचना के महज 12 घंटे के भीतर न सिर्फ बच्चे को छतीसगढ़ से रिकवर कर मां को सौंपा बल्कि जो युवक फरार हो गया था उसे भी सिमडेगा बुलवाया. पुलिस कप्तान अब अनूठी पहल करते हुए, युवक-युवती की शादी कराएगें जिससे बच्चे को मां की गोद के साथ साथ पिता का नाम और समाज का आशीर्वाद भी मिल जाएगा.