न्यूज11 भारत
- रोहित यादव 10वें स्थान पर रहे
- ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने जीता गोल्ड मेडल
रांची : नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जितने के बाद एक और नई उपलब्धि दर्ज कि है. उन्होंने यूजीन में जारी वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर - मेडल अपने नाम कर इतिहास रच दिया है. उन्होंने इस चैंपियनशिप में 19 साल बाद भारत को पदक दिलाया है. आखिरी बार भारत की महिला एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में पेरिस में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था.
फाइनल राउंड में नीरज चोपड़ा की शुरुआत खराब रही थी. लेकिन तीसरे और चौथे प्रयास से उन्होंने लय पकड़ी. चौथे प्रयास में नीरज ने फाइनल मुकाबले का अपना बेस्ट 88.13 मीटर का थ्रो किया और रजत पदक अपने नाम किया. उनका पहला और पांचवां अटेम्प्ट इस बीच फाउल भी रहा. वहीं ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने पांच में तीन बार 90 मीटर की लाइन पार कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया. चेक रिपब्लिक के जाकूब वालडेच ने कांस्य पदक जीता.
नीरज का प्रदर्शन:
- पहला थ्रो फाउल
- दूसरा थ्रो 82.39 मीटर
- तीसरा थ्रो 86.37 मीटर
- चौथा थ्रो 88.13 मीटर
- पांचवा थ्रो फाउल
- छठा थ्रो फाउल
नीरज चोपड़ा ने ओलिंपिक्स में दिलाया था गोल्ड
नीरज चोपड़ा पिछले साल ओलिंपिक में 120 सालों का सूखा खत्म करते हुए भारत के लिए ट्रैक एंड फील्ड में गोल्ड मेडल लाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे. वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन पहली बार 1983 में किया गया था.तब से अब तक इस टूर्नामेंट में भारत के पास एक भी गोल्ड मेडल नहीं है. पुरुष खिलाड़ियों ने तो आज तक एक भी मेडल ही नहीं जीता है. भारत के लिए इससे पहले मेडल अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में जीता था. उन्हें लॉन्ग जंप में कांस्य पदक मिला था.
चोट के कारण पिछली बार नहीं खेल पाए थे नीरज चोपड़ा
24 साल के भारतीय स्टार पिछले सीजन में कोहनी की सर्जरी के कारण नहीं उतरे थे. साथ ही 2017 के सीजन में वे फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सके थे. उन्होंने 82.26 मीटर का स्कोर किया था.
प्रतियोगिता का प्रारूप
इस प्रतियोगिता में नीरज चोपड़ा के अलावा 34 अन्य एथलीट भी शामिल हुए थे. सभी को दो ग्रुप में रखा गया था. नीरज पहले ग्रुप में थे और रोहित को ग्रुप बी में रखा गया था. नीरज ने अपने करियर का तीसरा बेस्ट थ्रो करते हुए फाइनल में जगह बनाई. नीरज और रोहित सहित कुल 12 खिलाड़ियों ने जैवलिन थ्रो के फाइनल में जगह बनाई थी .