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रांची/डेस्कः राज्य को नक्सल मुक्त करने के लिए झारखंड सरकार की तरफ से 'आत्मसमर्पण नीति नई दिशा' की मुहिम चलाई जा रही है इसके साथ ही झारखंड पुलिस भी लगातार प्रदेश में सक्रिय नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही है. इस बीच पुलिस को कई सफलताएं भी हाथ लगी है. अब एक और बड़ी सफलता झारखंड पुलिस के हाथ हासिल हुई है बता दें, झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार सीमा पर सक्रिय 15 लाख का इनामी दुर्दांत नक्सली नवीन यादव ने आज चतरा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया.
भाकपा माओवादी नक्सली संगठन को लगा बड़ा झटका
दरअसल, झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति की नई दिशा से प्रभावित होकर 15 लाख का इनामी नक्सली नवीन यादव उर्फ सरबजीत उर्फ विजय यादव ने सरेंडर कर दिया है. नक्सली नवीन यादव ने चतरा पुलिस लाइन में डीसी अबू इमरान, जिला एसपी राकेश रंजन और सीआरपीएफ 190 बटालियन के कमांडेंट मनोज कुमार के समक्ष सरेंडर किया. जानकारी के लिए बता दें, भाकपा माओवादी के सबजोनल कमांडर नवीन यादव उर्फ सरबजीत उर्फ विजय यादव पर 36 से अधिक पुलिसकर्मियों के हत्या का आरोप हैं वहीं अब इसके के सरेंडर करने से भाकपा माओवादी/नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है. कहा जाता है कि नवीन झारखंड और छत्तीसगढ़ समेत बिहार के कई जिलों में काफी सक्रिय था.
36 से अधिक पुलिसकर्मियों के हत्या का हैं आरोप
इधर, नक्सली के सरेंडर करने को लेकर पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने बताया कि झारखंड के गढ़वा, पलामू, चतरा और लातेहार के बूढ़ा पहाड़ समेत, बिहार के गया, औरंगाबाद साथ ही छत्तीसगढ़ के बलरामपुर इलाकों में काफी सक्रिय था. इसके खिलाफ 36 से अधिक पुलिसकर्मियों की हत्या, हथियार लूट, आगजनी, लूट, रंगदारी, लेवी और अवैध हथियार रखने समेत 6 दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं तीनों राज्यों में नक्सली के खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं. जिसे लेकर पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. उन्होंने बताया कि नक्सली नवीन यादव चतरा जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र स्थित बसबुटा गांव का रहने वाला है. एसपी ने आगे बताया कि झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति नई दिशा के तहत माओवादी संगठन का टॉप 10 कमांडरों में शामिल 15 लाख के इनामी नक्सली व रीजनल कमांडर नवीन ने चतरा पुलिस के सामने सरेंडर किया है इसे सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत ओपन जेल में शिफ्ट किया जाएगा.
नक्सली के परिवार को दी जाएगी सरकारी सुविधाएं
नक्सली के सरेंडर के बाद उसके परिवार को सरकार की तरफ से मिलने वाले सभी सुविधाओं से लाभान्वित करने की दिशा में भी पुलिस उन्हें सकारात्मक सहयोग करेगी. जिससे नक्सली के आश्रित, उसके बच्चों को मुफ्त में अच्छी शिक्षा के साथ आवास और अन्य सरकारी सुविधाएं मिल सकें. इसके अलावे नक्सली पर राज्य सरकार द्वारा घोषित 15 लाख का इनामी राशि को भी उसके परिवार को शीघ्र ही चतरा पुलिस की ओर से सौंप दिया जाएगा.
पुलिस की गोली खाने को तैयार रहें नक्सली- एसपी
नक्सली के सरेंडर कार्यक्रम के दौरान मौके पर मौजूद डीसी अबू इमरान, जिला एसपी राकेश रंजन और सीआरपीएफ 190 बटालियन के कमांडेंट मनोज कुमार ने मुख्य धारा से भटके अन्य नक्सलियों से अपील करते हुए सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाकर मुख्य धारा में शामिल होने की बात कही. इस अवसर पर एसपी और कमांडेंट ने कहा कि जो नक्सली मुख्य धारा से भटककर सरकार की योजनाओं को प्रभावित कर रहे हैं. उनसे पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के जवान सख्ती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. एसपी राकेश रंजन ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो नक्सली राज्य पुलिस के समक्ष सरेंडर नहीं करेंगे वे पुलिस की गोली खाने को तैयार रहें. कार्यक्रम में मौजूद डीसी ने कहा कि आत्मसमर्पण करने के बाद जिला प्रशासन नक्सलियों के आश्रितों को हर संभव सरकारी योजनाओं से जोड़कर उन्हें मदद करने को तैयार है. ताकि जेल में रहने के बाद उनके परिवार भी आम लोगों की तरह जिंदगी जी सकें.
जानें,सरेंडर के बाद नक्सली नवीन यादव ने क्या कहा
वहीं चतरा पुलिस के समक्ष सरेंडर करने के बाद 15 लाख का इनामी नक्सली व रीजनल कमांडर नवीन ने कहा कि अब माओवादी अपने उद्देश्य से पूरी तरह भटक चुके हैं. अपनी बात बताते हुए नक्सली नवीन ने बताया कि वह काफी कम उम्र में जमीन विवाद से तंग आकर संगठन में शामिल हो गया था. लेकिन अब संगठन में कुछ भी नहीं रह गया है. सभी नक्सली अपनी जान की सुरक्षा के लिए इधर से उधर भागे फिर रहे हैं. ऐसे में नक्सलियों के सामने अब सिर्फ एक ही रास्ता है कि वे सरेंडर करके सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाएं. सरेंडर नहीं करने पर आज नहीं तो कल वे मार दिए जाएंगे.