आसिफ नईम, News11Bharat
रांची : एंटी करपशन ब्यूरो (एसीबी) राष्ट्रीय खेल घोटाला के दो आरोपी को पकड़ने के लिए इश्तेहार जारी करेगा. एसीबी (ACB) की जांच शुरू होने के बाद से ही यह दोनों आरोपी फरार है. फरार आरोपियों में महालेखाकार कार्यालय से सेवानिवृत कल्याण पदाधिकारी सुविमल मुखोपध्याय और सेवानिवृत कार्यपालक अभियंता कैबिनेट (निगरानी) सुखदेव सुबोध गांधी शामिल हैं. टेंडर में गड़बड़ियों के कारण ही इन्हे अप्राथमिक अभियुक्त बनाया गया था.
एसीबी ने आरोपियों के खिलाफ मार्च 2021 में गैर-जमानतीय गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. इनमें अजीत लुईस लकड़ा का निधन हो गया. वहीं, हीरालाल दास कोर्ट में सरेंडर कर जेल में है. सुविमल मुखोपाध्याय और सुखदेव सुबोध गांधी वाटर जारी होने के बाद से फरार चल रहे हैं. गिरफ्तार करने के लिए एसीबी ने कई बार दोनों आरोपियों के कई ठिकानों पर रेड मारा, लेकिन दोनों फरार मिले. निगरानी अब दोनों फरार अभियुक्त के खिलाफ इश्तेहार जारी करने की प्रक्रिया को शुरू कर दी गई है.
चार अभियुक्तों के खिलाफ जारी हुआ था वारंट
झारखंड में वर्ष 2011 में राष्ट्रीय खेल का आयोजन हुआ था. इस आयोजन में हुए घोटाले को लेकर 5 महीने पहले निगरानी की अदालत में 4 अभियुक्तों के खिलाफ वारंट जारी किया गया था. एजी की रिपोर्टर के बाद 34वें राष्ट्रीय खेल में लगभग 28.38 करोड़ का घोटाला सामने आया था. जांच के बाद खेल आयोजन को लेकर बनी टेंडर कमेटी की संलिप्तता सामने आने के बाद एसीबी ने टेंडर कमेटी के सदस्यों को भी अप्राथमिक अभियुक्त बनाया है. इनमें धनबाद नगर निगम के चीफ इंजीनियर अजीत लुईस लकड़ा, महालेखाकार कार्यालय से सेवानिवृत कल्याण पदाधिकारी सुविमल मुखोपध्याय, सेवानिवृत कार्यपालक अभियंता कैबिनेट (निगरानी) गांधी और साई,रांची के हीरालाल दास शामिल थे. ये चारो अभियुक्त राष्ट्रीय खेल आयोजन के लिए बनाई गई टेंडर कमेटी के सदस्य थे.
जांच में इन बिंदुओं पर पाई गई है गड़बड़ी
फर्नीचर खरीद में अनियमितता, वॉलेंटियर मैनेजमेंट में अनियमितता, खेल सामग्री खरीद में गड़बड़ी, वीवीआईपी लाउंज और गेस्ट हाउस निर्माण में गड़बड़ी, सिगनेज वर्क में अनियमितता, ट्रांसपोर्ट और कैटरिंग में अनियमितता, उद्घाटन आैर समापन समारोह में अनियमितता, हाउस कीपिंग आैर एलाइड में गड़बड़ी, स्क्वैश कोर्ट के निर्माण में गड़बड़ी, दवा क्रय के अनुशंसा में अनियमितता, आइटी एंड एक्रीडेशन सर्विस के लिए अनियमितता, आइकैच कम्यूनिकेशन को निर्माण में गड़बड़ी.
क्या है पूरा मामला
34वां राष्ट्रीय खेल के दौरान खेल सामग्री की खरीद में भारी वित्तीय अनियमितताएं उजागर हुई थीं. 50 रुपये के सामान 450 रुपए में खरीदे गए थे. इसी तरह कई अन्य सामानों में अनलिमिटेड राशि खर्च की गई थी. 50 रुपए की एक सीटी 450 रुपये में खरीदी गई. टेबल टेनिस में केवल आठ टीमों ने हिस्सा लिया था, जबकि पांच सौ टीमों के लिए पूरा सेट खरीदा गया था. 20 दर्जन टेनिस बॉल की जगह 200 दर्जन बॉल खरीदे गए.