कौशल आनंद, न्यूज 11 भारत
राष्ट्रीय कोयला संकट का असर अब सीधे तौर पर झारखंड में देखने को मिल रहा है. केंद्र सरकार कोयला संकट खत्म करने व थर्मल पावर प्लांट को कोयला आपूर्ति करने का दावा कर रहा है, लेकिन स्थिति अब भी नियंत्रण से बाहर होते जा रही है. झारखंड के अपने थर्मल पावर प्लांट कोयले की कमी से जुझने लगे हैं. झारखंड बिजली उत्पादन निगम की अपनी इकाई टीवीएनएल (TVNL) पर अब कोयला संकट मंडराने लगा है. टीवीएनएल के पास महज आज रात 12 बजे तक का ही कोयला स्टॉक 5 हजार मिट्रिक टन बचा है. अगर सीसीएल कोयले की आपूर्ति नहीं करता है तो आज आधी रात से टीवीएनएल भी ठप हो सकता है. जिससे झारखंड में पूजा के दौरान बिजली संकट गहरा सकता है.
TVNL को एक यूनिट चलाने के लिए प्रतिदिन चाहिए एक रेक कोयला
टीवीएनएल में दो इकाई 210-210 मेगावाट की है. एक यूनिट चलाने के लिए एक रेक कोयले की जरूरत पड़ती है. लेकिन यह एक रेक भी अभी कोयला संकट के कारण नहीं मिल पा रहा है. टीवीएनएल प्रबंधन ने सीसीएल से कहा है कि जितना जल्दी हो सके, एक रेक कोयले की आपूर्ति दें, नहीं तो उत्पादन ठप हो सकता है.
आधुनिक एवं इनलैंड पावर भी जुझ़ रहा है कोयला संकट से
इसके अलावा झारखंड बिजली उत्पादन कपंनी के सहयोग से स्थापित आधुनिक एवं इनलैंड पावर प्लांट भी कोयला संकट से जुझ़ रहा है. इनके पास भी कोयला संकट छा गया है. इन प्लांट्स के पास भी कोयला का स्टॉक अब खत्म हो चला है. बता दें कि इन दोनों निजी इकाईयों से उत्पादित बिजली जेबीवीएनएल ही लेता है. अगर टीवीएनएल एवं ये दो इकाईयां ठप होती है. निश्चित ही राज्य में बड़ा बिजली संकट उत्पन्न हो जाएगा.
पीक ऑवर में बढ़ गया है बिजली संकट
पीक ऑवर यानि की सुबह 6 बज से 10 बजे तक तथा शाम को 7 बजे से 11 बजे तक बिजली संकट बढ़ गया है. इस दौरान करीब 300 से 400 मेगावाट बिजली की कमी दर्ज की जा रही है. इसके कारण रांची शहरी क्षेत्र को छोड़कर पूरे राज्य में जमकर लोड शेडिंग चल रही है.
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पीक ऑवर में 22 रूपया यूनिट तक पहुंच रही है बिजली की दर
पीक ऑवर में 20 रूपया से लेकर 22 रूपया यूनिट तक बिजली दर नेशनल पावर एक्सचेंज में पहुंच जा रही है. इतने महंगे दर पर जेबीवीएनएल बिजली खरीदने में सक्षम नहीं हो रह है. इसके कारण पीक ऑवर में लोड शेडिंग चल रही है.
कितनी खपत, कितनी उपलब्ध हो रही है बिजली
कुल खपत : 2200 मेगावाट (डीवीसी कमांड एरिया समेत)
झारखंड का अपनी बिजली (450-500 मेगावाट) : टीवीएनएल-150 मेगावाट, इनलैंड पावर-105 मेगावाट, आधुनिक पावर-180 मेगावाट और सिकिदरी हाईडल -105 मेगावाट बिजली फिलहाल मिल रही है. सिकिदरी हाईडल प्लांट है जो रूक्का डैम के पानी से बिजली उत्पादित होती है. इनके अलावा बिजली नेशनल पावर एक्सचेंज से ही खरीद कर आपूर्ति की जाती है. जिसमें डीवीसी कमांड एरिया के सात जिलों में 700 मेगावाट शामिल है.