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रांची : देश में सभी एयरलाइंस डोमेस्टिक रूट्स पर 100 फीसदी क्षमता के साथ उड़ान भर सकते हैं. वर्तमान में 85 फीसदी क्षमता के साथ उड़ान भरने की अनुमति है. 18 अक्टूबर से एयरलाइंस कंपनियां अपने विमान में 100 फीसदी क्षमता के साथ उड़ान भर सकेंगे. रांची से उड़ान भरने वाले विमानों में भी 18 अक्टूबर से 100 फीसदी क्षमता की जाएगी. इससे विमानों में यात्रियों की संख्या बढ़ेगी, मगर पैसेंजर्स को कम दर पर टिकट मुहैया हो जाएगा. वर्तमान में कम पैसेंजर्स से ही विमानन कंपनियां वैकेंट कैपेसिटी की रिकवरी करती हैं. जिस वजह से पैसेंजर्स को टिकट महंगे दर पर मुहैया हो रहा है.
मंत्रालय ने जारी किया नया गाइडलाइन
कोविड को देखते हुए केंद्र सरकार ने विमानों के उड़ान से संबंधित गाइडलाइन जारी किया था. उसी गाइडलाइन के तहत अबतक उड़ान भारी जा रही है. अब केंद्र सरकार ने नया गाइडलाइन जारी किया है. जिसके तहत एयरलाइंस फिर से 100 फीसदी क्षमता के साथ उड़ान भर सकते हैं.
कमजोर हो रहा कोरोना
देश में कोरोना कमजोर पड़ता दिख रहा है. कोरोना महामारी के दौरान विमानों के उड़ान पर रोक लगा दिया गया था. जब एयर सर्विस फिर से मई 2020 में बहाल की गई, तब पैसेंजर्स की क्षमता निर्धारित थी. जैसे-जैसे कोरोना कमजोर होता गया, पैसेंजर्स की क्षमता में बढोत्तरी होते रही. वर्तमान में 85 फीसदी क्षमता के साथ विमान उड़ान भर रहे हैं.
पैसेंजर्स को होगा लाभ, एयरलाइंस कंपनियों की सुधरेगी स्थिति
केंद्र सरकार के ऐसे फैसले से एयरलाइंस कंपनियों को बेहतर आर्थिक फायदा होगा. अब एयरलाइंस ज्यादा से ज्यादा उड़ान भर पाएंगे. इससे पैसेंजर्स को सुविधा के साथ विशेष पैकेज जैसे उपहार का भी फायदा मिल सकता है. ज्यादा से ज्यादा पैसेंजर्स को आकर्षित करने के लिए एयरलाइंस कंपनियां ऐसे ऑफर देने की तैयारी में जुट गई है. त्योहारी सीजन है, कुछ माह बाद नए साल का आगमन होगा, उस समय को देखते हुए एयरलाइंस कंपनियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.
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लगातार बढ़ रही थी डिमांड, आगे-पीछे हो रहा था पैसेंजर कैपेसिटी
नागर विमानन मंत्रालय को लगातार जानकारी मिल रही थी कि एयर ट्रैवल करने वाले यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. पैसेंजर्स को एयरलाइंस कंपनियां महंगे दर पर टिकट मुहैया करा रही है. कोरोना काल में विमान को लोग रेल से ज्यादा सुरक्षित समझते है. इन सभी विषयों के अध्ययन के बाद मंत्रालय ने 100 फीसदी पैसेंजर्स के साथ उड़ान भरने से संबंधित गाइडलाइन जारी किया. कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने पैसेंजर कैपेसिटी को आगे-पीछे किया है. दिसंबर 2020 में यह बढ़ते-बढ़ते 80 फीसदी तक पहुंच गया था. हालांकि, दूसरी वेव के आने के बाद 1जून को यह फिर से घटकर 50 फीसदी पर पहुंच गया था.