NEWS11 स्पेशलPosted at: जनवरी 11, 2022 कोविशील्ड का पहला डोज पड़ते ही बोलने लगा महेंद्र मुंडा
महेंद्र चार साल से बेड पर था लाचार और अधमरा, बोलने की क्षमता चली गई थी
न्यूज 11 भारत
रांची: झारखंड के बोकारो जिले में एक करिश्मा हुआ है. कोविशील्ड का पहला डोज पडते ही महेंद्र मुंडा बोलने लगा. शरीर के अंग भी काम करने लगे. यह देख बोकारो पेटरवार स्थित सलगाडीह के लोग काफी खुश है. परिवार वाले कोविशील्ड डोज को बरदान मान रहे हैं. चार साल पहले महेंद्र मुंडा की सडक दुर्घटना हुइ थी. जिसके बाद महेंद्र मुंडा का पूरा शरीर अकड़ गया था. वह बेड पर लाचार पड़े हुए थे. बोल भी नहीं पा रहे थे. परिवार वाले इलाज के लिए बाहर ले गए, मगर कोई फायदा नहीं हुआ. इजाल के लिए घर की पुस्तैनी जमीन तक बिक गई. मगर महेंद्र मुंडा बेड से उठ नहीं पाए.
6 जनवरी को महेंद्र मुंडा ने कोविशील्ड का पहला डोज लिया. डोज लेने के तीसरे दिन महेंद्र मुंडा के शरीर में ताकत आ गई. वह बेड से उठे और बोलने भी लगे. अपने पैरो पर खड़ा न होने वाला व्यक्ति अचानक बोलने लगे और अपने पैरों पर खड़ा हो जाए, यह परिवार और आसपास के लोगों के आश्चर्य की बात थी. पूरे क्षेत्र में यह चर्चा का विषय बन गया है. चिकित्सक भी इसे अजुबा मान रहे हैं. कह रहे है कि यह शोध का विषय है. डॉक्टरों का कहना है कि सडक दुर्घटना में महेंद्र मुंडा के कई नस डिस्टर्व हो गए थे. जिस वजह से वह बेड से उठ नहीं पा रहे थे. बोलने की क्षमता भी बहुत कम रह गई थी. मगर अचाक उनके शरीर में उर्जा का प्रवाह और बोलने की क्षमता में बढोत्तरी अपने आप में आश्चर्य है.