झारखंडPosted at: मई 29, 2023 दुनिया के मोहमाया को छोड़ दो बहनें बनीं सन्यासी
दोनों के पिता मुंबई में कपड़ा व्यवसायी हैं
न्यूज11 भारत
रांचीः इस समय दुनिया के आधुनिक समय में लोग सारी सुख-सुविधाएं पाने के लिए बेचैन हैं. लोग दुनिया की सारे सुख पाने के लिए जीते हैं. पर कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनको दुनिया के इस चकाचौंध वाली जिंदगी से कोई लेना-देना नहीं है. ऐसे ही एक खबर निकलकर सामने आ रही है कि मायानगरी कही जाने वाली मुंबई की दो बहनों ने झारखंड के गिरिडीह जिले के मधुबन में जैन मुनि से दीक्षा लेकर संन्यासी बन गयीं है. सम्मेद शिखर के मधुबन के तलेटी तीर्थ में आचार्य मुक्तिप्रभ सुरीश्वर जी महाराज ने दोनों को दीक्षा दी गयी.
साधु-संतों से प्रभावित होकर दोनों ने दीक्षा लेने का लिया निर्णय
ये दोनों बहनें मुंबई के बायखला की रहने वाली हैं. इनका नाम दर्शी कुमारी और देशना कुमारी है. दोनों आपस में चचेरी बहनें हैं. इन दोनों बहनों की उम्र क्रमश: 19 वर्ष और 15 वर्ष है. दोनों बहनें साधु-संतों की दिनचर्या से प्रभावित होकर दीक्षा लेने का निश्चय किया. दोनों के पिता मुंबई में कपड़ा व्यवसायी हैं. दर्शी के पिता का नाम मनीष कुमार है, जबकि देशना के पिता का नाम अमित कुमार है. बताया गया है कि दर्शी कुमारी और देशना कुमारी पिछले तीन साल से साधु-संतों के संपर्क में थीं. इसके बाद ही दोनों चचेरी बहनों ने सादा जीवन जीने और सांसारिक सुखों से दूर रहने का निर्णय लिया. सादे जीवन का अपनाना दर्शी और देशना की अपनी इच्छा थी,परिवार के लोगों ने उन्हें कोई दबाव नहीं दिया.