राहुल कुमार/न्यूज़11 भारत
लातेहार/डेस्क: लातेहार जिले के चंदवा प्रखण्ड अंतर्गत हुटाप पंचायत के सुदूरवर्ती गांव में शादी से ठीक पहले दुल्हन अचानक फरार हो गई. जबकि घर पर गाजे-बाजे के साथ बारात पहुंच गई थी. मंडप भी सज गया था और सात फेरों की तैयारियां चल रही थी. घर में शादी की सारी तैयारिया पूरी थी. बारातियों के खाने के लिए पकवान बनकर तैयार था. लड़की को शादी के लिए मंडप पर ले जाया जाना था, जिसके बाद दुल्हा और दुल्हन सात फेरे लेते, लेकिन इससे पहले ही लड़की घर छोड़कर फरार हो गई. दुल्हन के फरार होने के बाद हडकंप मच गया व शादी की खुशियां भी गम में बदल गई. वर और वधु पक्ष में नोक झोंक व विवाद शुरू हो गया.
दुल्हन के फरार होने के बाद दुल्हन के पिता ने सामाजिक लोक लाज बचाने के लिए अपनी छोटी बेटी से दूल्हे के शादी करने का आग्रह किया व दुल्हन की बहन भी पिता के पगड़ी का मान रखते हुए शादी के लिए तैयार हो गई. लेकिन दूल्हा शादी के लिए राजी नही हुआ. विवाद बढ़ता देख पंचायत के मुखिया को बुलाया व उचित फैसला लेने की मांग दोनो पक्षों की ओर से की जाने लगी. लेकिन वर व वधु दोनो पक्ष अपनी अपनी मांगों को लेकर अड़ गए व विवाद बढ़ने लगा.
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पहल पर प्रशासन ने दो पक्षो को समझा कर मामला कराया शांत
इसी बीच इसकी सूचना जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पीएलवी राजेश प्रसाद को हुई. उन्होंने इसकी सूचना जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पदाधिकारी व प्रशासन को दी. इसके बाद प्रशासन गांव पहुंची और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर काफी मशक्कत के बाद मामला शांत कराया. इसके बाद बिन दुल्हन के ही बारात वापस लौट गई. प्रशासनिक टीम में चंदवा थाना के पुअनि किशोर मुंडा, रविन्द्र सिंह, पंचायत सचिव बालेश्वर उरांव व अन्य शामिल थे.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि लातेहार सदर प्रखंड अंतर्गत सोहदाग गांव के कांगलू गंझू के बेटे की शादी हुटाप पंचायत के जिलिंग गांव में तय हुई, तय तिथि के अनुसार गुरुवार की देर रात्रि बारात भी आ चुकी थी. लेकिन मौके पर दुल्हन के भाग जाने से मामला उल्टा पड़ गया और द्वार से बिन दुल्हन के लिए ही बारात को वापस लौटना पड़ा. पीएलवी राजेश प्रसाद व जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पहल पर तत्काल प्रशासनिक टीम गांव नहीं पहुंचती तो मामला और भी बढ़ सकता था.