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रांची : कोरोना संक्रमण के खतरे के बावजूद आज मकर संक्राति पर लाखों लोगों ने आस्था की डुबकी लगायी. लोगों ने प्रयागराज, हरिद्वार, बंगाल का गंगा सागर, गंगा नदी समेत रांची के स्वर्णरेखा नदियों में डुबकी लगायी. जानकारी के अनुसार केवल गंगा सागर में 5 लाख से अधिक लोगों ने स्नान किया. इसके बाद दान दिया. वहीं प्रयागराज में आज माघ मेला और कल्पवास में लाखों श्रद्धालु जुटे और डुबकी लगायी. गंगा, जमुना, सरस्वती के संगम में लोगों की डुबकी लगाए जाने की सूचना है. इधर मकर संक्राति पर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बधाई दी है. दोनों ने ईश्वर से प्रार्थना की है कि आस्था का यह पर्व राज्य वासियों के जीवन में खुशी और स्मृद्धि लाए.
हरिद्वार में प्रतिबंध के बावजूद लोगों के पहुंचे
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए हरिद्वार में प्रशासन ने प्रतिबंध लगा रखा है. इसके बावजूद वहां पर लाखों श्रद्धालुओं के जुटने की सूचना है. पैड़ी क्षेत्र के प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. हरिद्वार के अधिक्कतर घाटों में बैरिकेडिंग की गयी है, ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ न हो. पिछले वर्ष मकर संक्राति के दिन से ही हरिद्वार में कोरोना विस्फोट हुआ था. इस बार प्रशासन पूरी तरह सजग है.
झारखंड में भी आज नदियों और तालाबों में लोगों ने डुबकी लगायी
राज्य के स्वर्णरेखा, भैरवा, दामोदर और अन्य नदियों, तालाबों में लोगों ने सुबह-सुबह स्नान किया और अपने ईष्ट देवाताओं को अर्घ दिया. रांची के स्वर्णरेखा नदी और धुर्वा डैम में लोगों ने डुबकी लगायी. हालांकि दो दिनों तक मकर संक्राति की तिथि पड़ने से लोग भी अपने हिसाब से पर्व मना रहे हैं. मिथिला समाज के लोग आज ही मकर संक्राति मना रहे हैं. जबकि अन्य लोग इसे कल मनाएंगे.
इस अवसर पर राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी राज्यवासियों को बधाई दी है.
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प्रयाग राज में आज से शुरू हुआ एक महीने का माघ मेला
प्रयागराज में आज से एक महीने का माघ मेला शुरू हो गया. कल्पास 17 जनवरी से शुरू होगा और इसका समापन 16 फरवरी को होगा. इसको लेकर यूपी सरकार ने विशेष व्यवस्था की है. प्रशासन द्वारा प्रयाग राज में वैसे लोगों को ही इंट्री दी जा रही है जो कोरोना के दोनों वैक्सीन ले चुके हैं.