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रांची: अपराध और अपराधी चाहे कितने भी शातिर हो कोई न कोई निशान छोड़ ही जाते है और एक दिन उस निशान को पकड़ कर पुलिस उस तक पहुंच ही जाती है. ऐसा ही एक हत्या का मामला देढ़ साल के बाद पकड़ में आया और सारे राज के खुलते ही लोगों के होश उड़ गए. जिस पत्नि को गुमशुदा बताकर ढूंढ रहा था, पुलिस ने उसी हत्यारे पति का पर्दाफाश कर उसको अरेस्ट कर लिया. इस अपराध की खास बात ये रही कि अपराधी जरुरत से अधिक शातिर था और उसे पकड़ना लगभग नामुमकिन सा था लेकिन कहते है न कि झूठ के पांव नहीं होते ठीक ऐसे ही इस हत्यारे पति तक पुलिस पहुंच ही गयी. ये मामला है केरल राज्य के एर्नाकुलम का जहां एक शकी पति ने अपनी पत्नि की हत्या सिर्फ इस लिए कर दी क्योंकी उसे अपने पत्नि के चरित्र पर शक था. इस शातिर दिमाग वाले पति ने पहले पत्नि की हत्या की फिर घर में ही उसकी लाश को दफना दिया. अपने इस कुकर्म पर पर्दा डालने के लिए पति ने खुद ही जाकर पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखा दी. इस केस को सुलझाना कोई आसान नहीं था. लेकिन पुलिस के शक की एक सुई पति के इर्द गिर्द भी घूमती रही. कहीं न कहीं पुलिस को उसकी कहानी में कोई गड़बड़ी दिख रही थी. हालांकि शुरुआत में वो निर्दोष होने का नाटक करता रहा. मगर पुलिस को उस पर पहले से ही शक था, लिहाजा उस पर निगरानी जारी रही. वो डेढ़ साल से पुलिस की कड़ी निगरानी में था.
जानिए क्या है मामला
मामला शुरु होता अगस्त, 2021से जहां संजीव की पत्नी राम्या अचानक लापता हो जाती है. जिसके बाद पति संजीव ने फरवरी 2022 में नजरक्कल पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. बेहद शातिर दिमाग संजीव पहले तो अपने दुखी और बेचारे होने का नाटक करता रहा लेकिन अंतत: सच बाहर आ गया. और इसके बाद जो कहानी बाहर आई वो दिल दहला देने वाली थी. 48 वर्षीय संजीव और रेम्या (36) शादी के बाद केरल के एर्नाकुलम जिले के एडवनक्कड़ में रहते थे. पीड़िता राम्या की उसके पति संजीव से फोन कॉल्स पर हुई कहासुनी के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. संजीव को राम्या के चरित्र पर शक था. अगस्त 2021 में जिस दिन राम्य की हत्या हुई, उस दिन वह किसी से फोन पर बात कर रही थी. राम्या को फोन पर बात करते देख संजीव भड़क उठा और उसका फोन छीन लिया. फिर उससे बहस करने लगा. जब मामला बिगड़ गया, तो आखिरकार संजीव ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.
बच्चों को कहा तुम्हारी मां भाग गयी है
संजीव ने उसकी लाश को दिन भर घर के अंदर रखा और रात में बाहर दफना दिया. जब बच्चों ने अपनी मां के बारे में पूछताछ की, तो संजीव ने उन्हें बताया कि वह किसी के साथ भाग गई. उसने बच्चों को यह कहकर हमेशा के लिए चुप रहने के लिए कहा कि उनकी मां का भागना परिवार के लिए शर्म की बात है. फिर राम्या के परिवार और पड़ोसियों को विश्वास दिलाया कि वह बेंगलुरु में एक कोर्स में भाग ले रही है. जांच में सामने आया कि राम्या की हत्या कर उसके शरीर को पूरे दिन घर के अंदर रखा गया था. इसके बाद उसने उसे दफना दिया. संजीव ने अपने बच्चों से भी यही कहा था कि वह किसी के साथ 'भाग गई' है. उसने अपने बच्चों को विश्वास दिलाया कि उनकी मां किसी अन्य व्यक्ति के साथ भाग गई है. हालांकि, फरवरी 2022 मे राम्या के भाई को शक हुआ, तब उसने खुद को बचाने के मकसद से नज़रकल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी पत्नी गायब है. एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि उसने यह कहकर रिपोर्ट करने में देरी को सही ठहराया था कि उसे यह बताने में शर्म आती है कि उसकी पत्नी भाग गई थी. हालांकि पुलिस अधिकारी ने कहा-"लेकिन हम आश्वस्त नहीं थे और उसके बारे में हमारा संदेह और गहरा हो गया, जब हमने उन्हें पुष्ट करने के लिए परिस्थितिजन्य साक्ष्यों का पता लगाया. वह लंबे समय से निगरानी में था."