न्यूज11 भारत
रांची: 1999 के कारगिल युद्ध (Kargil War) में पाकिस्तान के खिलाफ भारत के पास बेहतर हथियार और सैन्य क्षमता की नही होने पर रूस ने भरपूर सहयोग दिया था. इसके अलावा जब भी जंग के दौरान अमेरिका (America) ने भारत को आंख दिखानी चाही तो रूस कंधे से कंधा मिलाकर भारत के साथ खड़ा रहा. देश में आज कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) मनाया जा रहा है जिसका उत्साह साफ दिखाई दे रहा है. भारत और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच साल 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War) को जीतने की याद में हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) मनाया जाता है. इस दिन पूरा देश अपने शहीद जवानों को याद करता है और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है.
रूस ने भारत की मदद की
इस युद्ध में रूस ने भारत की काफी मदद की थी. ऐसा इसलिए भी था क्योंकि पाकिस्तान को अमेरिका से मदद मिल रही थी. वहीं भारत को एक ऐसे सपोर्ट की जरूरत थी, जो उसे हथियार और सैन्य मामलों में मदद कर सके. यही सपोर्ट रूस ने भारत को दिया. पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में भारत के पास बेहतर हथियार और सैन्य क्षमता की जब कमी पड़ी तो इसे रूस ने पूरा किया. रूस ने भारत की भरपूर मदद की. इसके अलावा हमेशा रूस कंधे से कंधा मिलाकर भारत के साथ खड़ा रहा. रूस ने न केवल अपने हथियार और आर्थिक सहायता भारत को दी बल्कि अपने सैनिक भी भारत की मदद के लिए तैनात कर दिए थे.
वर्चस्व की जंग
रूस और अमेरिका दोनों ही देश खुद को एक दुसरे से बेहतर मानते है, ऐसे में जब अमेरिका कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान के साथ खड़ा दिख रहा था तो रूस ने भी भारत की मदद करने की ठानी. पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में भारत को बेहतर क्वालिटी की सैन्य सामग्री और हथियारों की जरूरत थी, जिसे रूस ने पूरा किया. वहीं पाकिस्तान, अमेरिका मेड हथियारों और जहाजों का इस्तेमाल कर रहा था.
रूस और अमेरिका बीच वर्चस्व की जंग में फायदा भारत को हुआ.
लगभग 70 दिनों तक चला था कारगिल युद्ध
भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल का युद्ध करीब 2 महीने चला था. ये युद्ध साल 1999 में लड़ा गया था, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह पटखनी दी थी. भारत ने पाकिस्तानी सैनिकों को थर-थर कांपने पर मजबूर कर दिया था, जिसके बाद पाकिस्तान दुम दबाकर भाग खड़ा हुआ था. भारत ने उन सभी पोस्टों को हासिल कर लिया था, जिन्हें पाकिस्तान ने धोखे से कब्जा किया था.70 दिनों के इस युद्ध के दौरान हमारे सैनिकों की अद्भुत वीरता और अडिग दृढ़ संकल्प ने दुश्मनों को भारतीय पोस्ट से पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया था. तबसे हर साल, 26 जुलाई को पाकिस्तान की घुसपैठ पर जीत के उपलक्ष्य में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है. कारगिल दिवस या 'कारगिल विजय दिवस' कारगिल युद्ध के नायकों के सम्मान में मनाया जाता है. इस दिन कारगिल-सेक्टर और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में भारत के प्रधान मंत्री हर साल इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति पर सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हैं.