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रांची: झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की बड़ी कार्रवाई में आइएएस पूजा सिंघल के अलावा उनके करीबी रहे चार्टर्ड एकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह का नाम पिछले तीन दिनों से सुर्खियों में है. इन्हें इनके अपार्टमेंट वाले ज्योतिष सुमन के नाम से भी जानते हैं. इनके बारे में बताया जा रहा है कि ये मंहगी गाड़ियों के शौकान रहे हैं. इनके पास से जगुआर, डोंडा सिटी, टोयोटा समेत कई महंगी गाड़ियां मिली हैं. सीए सुमन कुमार सिंह अपने भाई पवन कुमार सिंह के साथ फायनांस कंपनी भी चलाता था. इसी कंपनी के जरिये राजधानी रांची समेत कई जगहों पर रियल इस्टेट के कारोबारियों, बिल्डरों के प्रोजेक्ट में पैसे का निवेश किया है. साथ ही अफसर, जमीन कारोबारी और बिल्डरों की काली कमाई को सीए सुमन कुमार सिंह और उनके भाई मैनेज करने का काम भी करते थे. राज्य के कई बड़े अधिकारियों के साथ इनका बेहतर संबंध रहा है, जिसकी सूत्रधार आइएएस अफसर पूजा सिंघल रही हैं.
ईडी को जिन गाड़ियों का डीटेल्स मिला है, उसकी पड़ताल की जा रही है. ईडी ने सभा गाड़ियों की चाबी अपने कब्जे में ले ली है. जानकारी के अनुसार नोएडा में पत्रकारिता कर रहे पवन सिंह को सुमन ने ही रांची में बुलाया था और अपने भाई को होंडा सिटी कार गिफ्ट की. इससे पहले 2011 में सुमन कुमार सिंह ने सीए की कोर्स पास की. इससे पहले सभी उसे ज्योतिष के नाम से जानते थे. हुंडई की आलीशान कार इनके पास थी. सबसे पहले एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में सुमन ने नौकरी की और वहीं से पैसा कमाने की ललक पैदा हुई. इसके बाद वे रांची आये और कई कंपनियां खोली. इसमें से अधिकतर का पता 711, ईस्टर्न माल, डंगराटोली रांची दिखाया गया. यहीं से पैसे की भूख शुरू हुई. अपने क्लाईंट से मिलने के लिए ये हमेशा एक से एक गाड़ियों में जाते थे. इसमें जैगुआर, हुंडई वर्ना, टोयोटा, होंडा सिटी और अन्य एसयूवी थे. बैंकों से कर्ज दिलाने, मध्यस्थता करने से लेकर सारे काम इन्हीं के जिम्मे होता था. सरकारी विभागों के अफसरों से मिल कर ठेका-पट्टा दिलवाना भी इनकी कारगुजारियों में शुमार था. निजी बैंकों से लोन दिलाने के नाम पर भारी-भरकम कमीशन लेने की परिपाटी भी इन्होंने शुरू की थी. पल्स हास्पीटल को 23 करोड़ रुपये का कर्ज दिलाने में इनकी महति भूमिका रही थी. ईडी इन सभी पहलुओं की जांच कर रही है.