झारखंडPosted at: सितम्बर 13, 2022 जेएसबीसीएल का खुदरा शराब दुकानों पर नहीं है कोई अंकुश
कहा खुदरा शराब विक्रेता संघ ने, उठाये कई सवाल
न्यूज11, भारत
रांची: झारखंड स्टेट बीभरेज कारपोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) की ओर से नव नियुक्त खुदरा दुकानदारों पर किसी तरह का अंकुश नहीं लग रहा है. रिटेलरों की तरफ से एमआरपी की रेट से अधिक दर पर शराब की बिक्री की जा रही है. डीआइजीओ और किंगफिशर बीयर कंपनी ने जेएसबीसीएल को माल देना बंद कर दिया है. झारखंड खुदरा शराब विक्रेता संघ के सचिव सुबोध कुमार जायसवाल ने अब जेएसबीसीएल की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि नई उत्पाद नीति मई 2022 से लागू के लिए राज्य सरकार मई से सितंबर 2022 के लिए राज्य सरकार ने शराब बिक्री से अगस्त तक1743.66 करोड लक्ष्य तय किया गया था पर अभी तक 1006.11करोड़ रुपए ही प्राप्त हुए हैं. निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले सरकार को 737. 54 करोड रुपए कम राजस्व मिला है अब इस कमी को पूरा करने के लिए विभाग प्रतिदिन 24.58 करोड रुपये की शराब बिक्री करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
उन्होंने कहा है कि कम बिक्री को लेकर सिर्फ 11 जिला को ही शो कॉज नोटिस दिया गया है लेकिन सभी जिला को राजस्व की कमी है तो सभी जिला में है. नये टार्गेट सभी जिलों के लिए तय किये गये हैं. अभी क्यों सेल गिर रहा है यह सोचने वाली बात है राजस्व गिरने से उठता है कि सीएमसीएल छत्तीसगढ़ को सलाहकार बनाया गया है. जेएसबीसीएल की तरफ से उत्पाद राजस्व बढ़ाने के लिए किए गए थे जिसके लिए राशि एक करोड़ दिया गया है, तो उनसे विभागीय मंत्री पूछे कि क्यों सेल गिर गया ? इसकी व्यवस्था तो उनको करना चाहिए था इसी बात का उनको पैसा दिया गया है? अवैध माल रोकथाम के लिए विभाग के पास कोई संसाधन नहीं है. सितंबर महीने की 13 तारीख हो गयी है . अब तक शराब का उठाव 36 % होना चाहिए था. पर जेएसबीसीएल के पास होलसेल का पैसा फंसा हुआ है दूसरी और कंपनी का पैसा होलसेलर के पास फंसा हुआ है. जो टारगेट बिक्री नहीं हुआ उसको कैसे पूरा किया जा सकता है?