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रांची/डेस्कः झारखंड में JPSC परीक्षा पेपर लीक मामले ग्रामीण विकास मंज्ञी आलमगीर आलम का बयान सामने आया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि कल (17 मार्च) को पेपर लीक मामले की जो बातें सामने आई है तीनों जिलों को लेकर ये सुनियोजित लगता है, लेकिन अभी इसपर कुछ कहना मुश्किल है कुछ लोगों के इस विषय पर बड़ा लंबा चौड़ा बयान आया है. हम भी चाहते है नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो, लेकिन पेपर लीक का अब तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है.
अगर अफवाह फैलाया तो उन लोगों पर भी होगी कार्रवाई- मंत्री
मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि जेएसएससी (JSSC) मामले में हमने कड़े कदम उठाए है पेपर लीक जैसे विषय पर हमने कड़े कानून बनाए है, अगर कोई दोषी हैं तो कड़े कदम उठाए जाएंगे, पेपर लीक करने वाले अगर कोई है तो एक्शन होगा अगर अफवाह फैलाया गया है तो ऐसे लोगों पर भी करवाई की जाएगी.
अभ्यार्थियों ने लगाया पेपर लीक का आरोप
आपको बता दें, 17 मार्च को झारखंड में जेपीएससी की परीक्षा आयोजित की गई थी. परीक्षा के क्रम में सबसे पहले चतरा जिला में अभ्यार्थियों ने हंगामा करते हुए पेपर लीक होने का आरोप लगाया था इसके बाद जामताड़ा और कुछ देर बाद धनबाद जिला में भी अभ्यार्थियों ने पेपर लीक होने का आरोप लगाया. धनबाद में तो कई अभ्यार्थियों ने जेपीएससी परीक्षा का बहिष्कार भी किया. वहीं चतरा जिला में अभ्यार्थियों ने कहा कि उत्तर पुस्तिका की सील पहले से खुली थी और इसका कारण पेपर लीक ही हो सकता है.
चतरा के उपेंद्रनाथ वर्मा इंटर कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र में परीक्षा देने आए अभ्यार्थियों ने प्रबंधन पर पेपर लीक करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी भी की. साथ ही उन्होंने कहा कि परीक्षा के शुरू होने से पहले एग्जाम हॉल के बजाय प्रिंसिपल के चेंबर में ही प्रश्न पत्र को खोला गया था. चतरा जिला से पेपर लीक मामला के सामने आने के बाद जामताड़ा जिला से भी जेपीएससी पेपर लीक का मामला सामने आया. यहां पर सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स (ट्विटर) पर एक वीडियो सामने आया. जिसमें परीक्षा केंद्र के बाहर अभ्यार्थी उत्तर पुस्तिका में अपने मोबाइल फोन से सवालों के जवाब सर्च करते और भरते हुए साफ-साफ नजर आए.