न्यूज11 भारत / दीपक
रांचीः झारखंड के जल संसाधन विभाग की तरफ से अप्रैल से जून 2022 तक निकाली गयी एक हजार करोड़ से अधिक की निविदा को रद्द कर दिया गया है. इसको लेकर 14 जुलाई को विभाग के अभियंता प्रमुख नागेश झा की अध्यक्षता में एक बैठक भी हुई थी. बैठक के बाद सभी निविदाओं को रद्द कर दिया गया. सभी प्रमंडलों के मुख्य अभियंताओं को कहा गया कि ऊपर से आदेश आया है. इसलिए निविदा रद्द की जाती है. विभाग की तरफ से ईआरएम, सिविल वर्क, नहरों की लाइनिंग, अर्थ वर्क से लेकर अन्य काम थे. सूत्र बताते हैं कि जिन महत्वपूर्ण परियोजनाओं की निविदा रद्द की गयी है, उसमें अजय बराज, गोड्डा जिले की परियोजना, गुमानी बराज, बुढ़ई सिंचाई परियोजनाएं, बुंडू सिंचाई परियोजना, बरांडा सिंचाई परियोजना समेत 14 योजनाएं शामिल हैं. विभाग की तरफ से देवघर की मसलिया नहर पाइपलाइन परियोजना का काम अप्रैल माह में दिया गया था. 13 सौ करोड़ का यह काम लार्सन एंड टूब्रो को दिया गया है. इसका काम अब तक नहीं शुरू किया जा सका है. वहीं दूसरी ओर छोटी और मझोले स्तर की सिंचाई परियोजनाओं की निविदा रद्द होने से सत्ता के गलियारे में तरह-तरह की चर्चाएं भी होनी शुरू हो गयी है. इसके पीछे क्या मकसद है, यह कोई भी अधिकारी बताने को तैयार नहीं है. वैसे भी जल संसाधन विभाग की तरफ से मानसून सत्र के दौरान अनुपूरक बजट में किसी तरह की योजनाओं के लिए मांग भी नहीं की गयी है. सिर्फ डेढ़ करोड़ रुपये की योजनाएं ही पूरक बजट में ली गयी है, जिसको लेकर भी विवाद जारी है.
जल संसाधन विभाग की तरफ से चालू वित्तीय वर्ष के बजट में लघु और मध्यम दर्जे की सिंचाई योजनाओं के लिए 15 सौ करोड़ से अधिक की योजनाएं लिये जाने की घोषणा की गयी थी. इसके अलावा दूसरे राज्यों की तर्ज पर नहरों से पाइपलाइन के जरिये खेतों तक पानी पहुंचाने की महत्वपूर्ण योजनाओं को भी शुरू करने की बातें कही गयी थीं. फिलहाल राज्य में नहर सिंचाई परियोजना ही पाइपलाइन परियोजना के तहत क्रियान्वित की जा रही है. इसके बाद 13 सौ करोड़ की मसलिया परियोजना ली गयी थी. इन दोनों परियोजनाओं के इतर सरकार ने लघु और मझोले स्तर की परियोजनाओं को लेकर निविदाएं अप्रैल 2022 से लेकर जून 2022 तक आमंत्रित की थी. इन तमाम निविदाओं को रद्द कर दिया गया है.
कौन-कौन सी परियोजनाओं को किया गया रद्द
परियाजना का नाम लागत
अजय बराज परियोजना 117 करोड़
गोड्डा परियोजना 128 करोड़
गुमानी बराज परियोजना 140 करोड़
बुढई सिंचाई परियोजना 300 करोड़
बुंडू सिंचाई परियोजना 170 करोड़
बराडा सिंचाई परियोजना ------
कांची वीयर परियोजना 105 करोड़