साइबर फ्रॉड से लोगों को बचाने को लेकर झारखंड पुलिस के अधिकारियों को दी जा रही ट्रेनिंग
न्यूज11 भारत
रांचीः साइबर फ्रॉड से लोगों को बचाने को लेकर झारखंड पुलिस अब सतर्क हो गई है. बता दें, साइबर फ्रॉड से लोगों के पैसे बचाने के लिए झारखंड पुलिस के चुने हुए कुछ अफसरों को सीआईडी द्वारा ट्रेनिंग दिया जा रहा है. ताकि लोगों को साइबर ठगी के झांसे में आने से बचाया जा सकें. सीआईडी 16 मई तक राजधानी रांची के होटवार में यह एडवांस ट्रेनिंग प्रोग्राम चला रहा है. इसमें एथिकल हैकिंग के एक्सपर्ट भी हिस्सा ले रहे हैं.
4 दिनों का एडवांस ट्रेनिंग कार्यक्रम
जानकारी के अनुसार, होटवार स्थित सभागार में झारखंड पुलिस के चुने गए अफसरों को डिजिटल हैकिंग और साइबर क्राइम से निपटने के तौर-तरीके बताए जा रहे है. यहां सीआईडी झारखंड के साइबर विंग द्वारा 4 दिनों का एडवांस ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमें देश के जाने-माने साइबर अपराध विशेषज्ञ के अलावे खुद सीआईडी के प्रमुख भी मौजूद हैं. उनका कहना है कि, इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का दूरगामी प्रभाव पड़ेगा और साइबर क्राइम में पुलिस का एक्शन तेज होगा. लोगों से लूटे गए पैसे भी वापस मिलेंगे.
आपका पैसा ट्रांसफर होने से रोक सकता है साइबर सेल
साइबर ठगी होने पर आप 24×7 घंटे नंबर 1930 पर डायल कर इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दे सकते हैं. मान लीजिए किसी साइबर ठग ने आपके एसबीआई अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट बंधन बैंक या एक्सिस बैंक में पैसे ट्रांसफर किए है तो सूचना मिलते ही साइबर सेल उस पैसे को रोक सकता है. एथिकल हैकिंग के एक्सपर्ट और देश के जाने-माने साइबर जानकार ऋषि मेहता के मुताबिक, एंटी साइबर सेल ने ऐसे 200 करोड़ रुपए ब्लॉक कर रखें हैं जिसकी सूचना 1930 से मिली थी.
ठगी होने पर फौरन दें 1930 नंबर पर सूचना
खैर, आपके लिए मशवरा यह है कि अगर आपके फोन में किसी भी तरह की लॉटरी, लालच और फॉरेन करोड़पति बनने के लालच जैसे कुछ मैसेज या कॉल आए तो आप उसे फौरन इंग्नोर करें. और सावधानीपूर्वक अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल करें, प्रलोभन वाले फोन कॉल से हमेशा बचें और ठगी होने पर 1930 पर इसकी सूचना फौरन दें.