न्यूज11 भारत
रांची: नयी दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय परिवार नियोजन के सम्मेलन में झारखंड को पहला पुरस्कार मिला है. कोविड-19 के समय योग्य दंपत्तियों को परिवार नियोजन की विधि को घर-घर तक आपूर्ति करने के लिए यह पुरस्कार दिया गया. झारखंड के बरगढ़, भंडरिया, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर गढ़वा को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए पुरस्कृत किया गया. सम्मेलन में बताया गया कि देश की आबादी 130 करोड़ से अधिक हो गयी है. इस समय सभी राज्यों का दायित्व है कि हम दो हमारे दो को आत्मसात किया जाये. नयी पीढ़ी को किसी तरह की संसाधन की कमी न हो, इसको लेकर सभी को समान शिक्षा एवं समान भोजन प्राप्त कराने की जरूरत है. गरीबी, बेरोजगारी एवं असमानता का सामना आनेवाली पीढ़ी को नहीं झेलना पड़े. इसके लिए सभी जिलों के उपायुक्तों और सिविल सर्जन की भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए. इसमें सर्जन, स्टाफ नर्स और एडवांस नर्सिंग ट्रेनिंग जैसे स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के समर्पण और प्रतिबद्धता की आवश्यकता है.
स्वास्थ्य विभाग के सेवा प्रदाताओं की अधिक समर्पण, जवाबदेही और प्रतिबद्धता आवश्यक है. सम्मेलन में परिवार नियोजन के विजन डॉक्यूमेंट 2030 को प्रस्तुत किया गया. ऐसा करनेवाला भारत विश्व का पहला देश है. आंकड़ों में विवाहित योग्य दंपत्ति के अनुसार अधिक नव युवक, युवतियों एवं किशोर को परिवार नियोजन की विधि को अपनाने की आवश्यकता है. अनमेट नीड युवक, युवती एवं किशोर में विवाहित योग्य दंपत्ति से दोगुनी है. सबका साथ, सबका विश्वास, सबका प्रयास एवं सबका विकास के साथ कार्यक्रम में अत्याधिक बढ़ोत्तरी लाने की आवश्यकता है. इस कार्यक्रम में कार्य करने का अन्य सहयोगी संस्थान को उच्च प्रजनन दर वाले राज्य में कार्य करने की आवश्यकता है. कार्यक्रम में परिवार नियोजन झारखंड के नोडल पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार, राज्य समन्वयक परिवार नियोजन गुंजन खलखो, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पलामू और गढ़वा ने भाग लिया.