न्यूज11 भारत
रांचीः झारखंड में 22 जनवरी यानी आज (रविवार) नक्सली बंदी है भाकपा माओवादियों ने पूरे राज्य में 24 घंटे के लिए बंद का ऐलान किया है. 21 जनवरी (शनिवार) को रात के 12 बजे से ही बंदी की शुरूआत हो गई है. हालांकि अबतक नक्सलियों ने किसी बड़े घटना को अंजाम नहीं दिया है वहीं, रात से ही बंदी की शुरूआत के बाद झारखंड और बिहार के सीमावर्ती में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान तेज कर दिए है.
दो सदस्यों के गिरफ्तारी का विरोध कर रहा संगठन
जानकारी के अनुसार, संगठन संगठन ने 22 जनवरी को राज्यभर में 24 घंटे के लिए बंद का ऐलान किया है. वे भाकपा माओवादी रीजनल कमेटी सदस्य और 15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हंसदा की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे है. अपने विरोध में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए संगठन के झारखंड रीजनल कमेटी के प्रवक्ता आजाद ने कहा है कि 13 जनवरी को डुमरी के लुसियो गांव से कृष्णा और उसके एक अन्य साथी व देवघर के जसीडीह थाना इलाके के चपरिया गांव से रेनुका मुर्मू को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जिनसे पुलिस द्वारा पार्टी की गोपनीयता का खुलासा करने के लिए पूछताछ के नाम अलग-अलग तरीके से प्रताड़ित किया जा रहा है.
संगठन ने की है बंदी को सफल बनाने की अपील
संगठन ने अपने विज्ञप्ति में कहा है कि दोनों सदस्यों की गिरफ्तारी व बर्बरता पूर्ण पुलिसिया कार्रवाई संगठन विरोध करती है साथ ही 22 जनवरी को 24 घंटे का झारखंड बंद का आह्वान करती है. संगठन के प्रवक्ता ने बंदी को सफल बनाने की भी अपील की है. उन्होंने कहा कि एंबुलेंस, मेडिकल अस्पताल, दूध, पानी, पेपर, आदि सेवा बंद से मुक्त रखी जाएगी. पुलिस माओवादी कृष्णा की गिरफ्तारी के बाद पूरी तरह से मुस्तैद है. पुलिस का मानना है कि नक्सली संगठन को दोनों नक्सलियों की गिरफ्तारी से बड़ा झटका लगा है. ऐसे में बौखलाहट में किसी भी घटना को वे अंजाम दे सकते हैं.
संदिग्धों पर सुरक्षा बलों की नजर
पारसनाथ के तराई वाले इलाके में झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं. नक्सलियों द्वारा बंदी के ऐलान के बाद झारखंड और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बल अलर्ट मोड है. झारखंड-बिहार के सीमावर्ती अतिनक्सल प्रभावित इलाके भेलवाघाटी के धरपहरी में भी पुलिस 24 घंटे अलर्ट मोड पर है. इसके अलावे अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों पर आने-जाने वाले सभी वाहनों का सघन जांच सुरक्षा बलों द्वारा की जा रही है. साथ ही संदिग्धों पर भी प्रशासन की कड़ी नजर है.