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International Girl Child day 2021: लड़कियों के महत्व को दर्शाने के लिए 11 अक्टूबर को हर साल ‘अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस’ मनाया जाता है. इस दिन लड़कियों के लिए अवसर खोलकर, उन्हें उनकी शक्ति और क्षमता की पहचान करने का प्रयास किया जाता है. इसका उद्देश्य दुनिया भर में किशोर लड़कियों की आवाज़ को बढ़ाना और सशक्त बनाना है.
क्यों मनाया जाता है ‘अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस’
यह बात किसी से छुपी नहीं है कि दुनिया भर में, लड़कियों को बाल विवाह, भेदभाव, हिंसा और अवसरों से वंचित जैसी लिंग आधारित चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. लड़कियों को इसी भेदभाव से बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है. इस दिन लड़कियों से संबंधित मुद्दों के बारे में बात करने और उन्हें खत्म करने का प्रयास किया जाता है.
International Girl Child day 2021 Theme
इस साल अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर “Digital generation. Our generation” की थीम का पालन किया जाएगा.
कोरोना महामारी ने दुनिया को हर काम के लिए लैपटॉप या मोबाइल स्क्रीन के सामने बैठा दिया है, इसमें बच्चों की पढ़ाई भी शामिल है. लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दुनिया भर में लगभग 2.2 बिलियन लोगों के पास अभी भी इंटरनेट कनेक्शन नहीं है. इसने उन्हें हाशिये से धकेल दिया है, खासकर लड़कियों को.
वैश्विक स्तर पर, इंटरनेट उपयोगकर्ताओं का लिंग अंतर 2013 में 11 फीसदी से बढ़कर 2019 में 17 फीसद हो गया है. वहीं सबसे कम विकसित देशों के लिए, यह लगभग 43 फीसदी है.
डिजिटल क्रांति के युग में जहां लोग नए कौशल सीखने और राजस्व अर्जित करने के लिए विभिन्न तरीकों से प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहे हैं, महिलाओं और लड़कियों को पीछे नहीं छोड़ा जा सकता है. इस साल के थीम के साथ इसी मुद्दे पर चर्चा की जाएगी.
कैसे हुई शुरुआत
लड़कियों के अधिकारों की पहचान और चर्चा करने वाला पहला सम्मेलन बीजिंग घोषणापत्र था. 1995 में बीजिंग में महिलाओं पर विश्व सम्मेलन में, देशों ने सर्वसम्मति से बीजिंग घोषणा और कार्रवाई के लिए मंच को अपनाया, जिसे न केवल महिलाओं बल्कि लड़कियों के अधिकारों को आगे बढ़ाने के लिए अब तक का सबसे प्रगतिशील खाका माना जाता है.
वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 19 दिसंबर, 2011 को एक प्रस्ताव पारित कर 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में घोषित किया. यह दिन मुख्य रूप से दुनिया भर में लड़कियों के सामने आने वाली चुनौतियों को स्वीकार करने और उनके मानवाधिकारों को पूरा करने के लिए उन्हें सशक्त बनाने की आवश्यकता पर केंद्रित है.
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इसके साथ ही 2017 में सत्रह बिंदु सतत विकास लक्ष्यों को अपनाया गया था, जिसमें लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण प्राप्त करना शामिल है. सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा को पूरा करने के लिए, अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस सर्वोत्कृष्ट है, जिसका उद्देश्य उन युवा लड़कियों की सहायता करना है. जो बेहतर स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा में समान अवसर या अन्य किसी सुविधा या अधिकार से वंचित हैं.