टोक्यो पैरालिंपिक में सोमवार को भारतीय शूटर अवनि लेखरा के बाद जैवलिन थ्रोअर सुमित अंतिल ने भारत को एक और गोल्ड मेडल दिलाया. उन्होंने F64 कैटेगरी में वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया. फाइनल में सुमित ने 68.55 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ मेडल अपने नाम किया. भारत ने पैरालिंपिक गेम्स में अब तक 2 गोल्ड, 4 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज समेत 7 मेडल जीते हैं. यह भारत का अब तक का सबसे सफल पैरालिंपिक बन गया है. इससे पहले 2016 रियो ओलिंपिक और 1984 ओलिंपिक में भारत ने 4-4 मेडल जीते थे. इसके अलावा देवेंद्र झाझरिया ने जेवलिन में और योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल जीता. सुंदर सिंह गुर्जर को ब्रॉन्ज मेडल हासिल हुआ. यह भारत का अब तक का सबसे सफल पैरालिंपिक बन गया है. मेडल्स टैली में भारत 26वें स्थान पर है.
अवनि ने गोल्ड के साथ रचा इतिहास
अवनि पैरालिंपिक गेम्स में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली महिला एथलीट बन गई हैं. पैरालिंपिक के इतिहास में भारत का शूटिंग में यह पहला गोल्ड मेडल भी है. उन्होंने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल में 249.6 पॉइंट स्कोर कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया.
देवेंद्र झाझरिया को रजत
दो बार के पैरालिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट देवेंद्र झाझरिया ने टोक्यो में एक और मेडल अपने नाम किया. उन्होंने F46 कैटेगरी में 64.35 मीटर दूर भाला फेंका. जबकि सुंदर गुर्जर ने 64.01 मीटर का थ्रो किया. देवेंद्र के पास अब कुल 3 पैरालिंपिक मेडल हो गए हैं.
योगेश ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर जीता
योगेश कथुनिया ने F56 कैटेगरी में डिस्कस थ्रो में भारत के लिए सिल्वर जीता. ब्राजील के बतिस्ता डॉस सैंटोस क्लॉडनी ने 45.25 मीटर के थ्रो के साथ इस इवेंट में गोल्ड मेडल जीता. क्यूबा के डियाज अल्दाना लियोनार्डो ने ब्रॉन्ज अपने नाम किया.
विनोद कुमार से छीना गया ब्रॉन्ज मेडल
रविवार को डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज जीतने वाले विनोद कुमार से सोमवार को मेडल छीन लिया गया. रविवार को रिजल्ट को होल्ड पर रखा गया था. कुछ देशों ने उनकी क्लासिफिकेशन कैटेगरी को लेकर आपत्ति जताई थी.