न्यूज11 भारत
रांची : झारखंड के 16 इंजीनियरिंग कॉलेज और 42 पॉलिटेक्निक संस्थानों के छात्रों को बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से प्रमोट करने की मांग बढ़ने लगी है. इन कालेजों में पढ़नेवाले पहले, तीसरे, पांचवें और सातवें सेमेस्टर के स्टूडेंट्स को प्रमोट करने की मांग सभी संबध विश्वविद्यालयों में होने लगी है. राज्य के इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थानों में इन सेमेस्टर में 15 हजार से अधिक छात्र अध्य्यनरत हैं. जानकारी के अनुसार सिर्फ अंतिम सेमेस्टर के लिए ही परीक्षा लिये जाने का प्रावधान पिछले वर्ष झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी की ओर से किया गया था. इस वर्ष ऐसा कोई प्रावधान टेक्निकल यूनिवर्सिटी की तरफ से नहीं किया गया है. कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए यूजीसी ने सभी राज्यों में कॉलेजों, तकनीकी संस्थानों को बंद करने का निर्देश दिया है. तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक अरुण कुमार ने न्यूज11 भारत के संवाददाता को बताया कि इस संबंध में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, एआइसीटीई के निर्देशों के बाबत विश्वविद्यालयों को आवश्यक कार्रवाई करनी है. इसकी रिपोर्ट विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से मुख्यालय भेजी जायेगी.
2021 में रांची विश्वविद्यालय ने 1.75 लाख स्टूडेंट्स को किया था प्रमोट
बताते चलें की रांची विश्वविद्यालय ने 2021 में 1.75 लाख से अधिक स्टूडेंट्स को प्रमोट किया था. इसमें कॉलेजों, इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स भी थे. कोरोना संक्रमण की वजह से पहले, तीसरे, पांचवें और सातवें सेमेस्टर की परीक्षा में अनिश्चितता बनी हुई है. हालांकि कॉलेज प्रशासन की तरफ से ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षा के विकल्पों पर अब तक अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है. विभिन्न छात्र संघों और कांग्रेस पार्टी की छात्र ईकाई एनएसयूआइ की तरफ से भी इस संबंध में झारखंड तकनीकी यूनिवर्सिटी का घेराव किया गया और रांची विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति कामिनी कुमार को स्मार पत्र भी सौंपा जा चुका है.
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