न्यूज11 भारत
रांचीः सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाई से लेकर हर सुविधा में कोई दिक्कत ना हो इसे लेकर सरकार कई योजनाएं चला रही है. इसमें से एक है मध्याह्न भोजन. इस योजना के तहत स्कूल के बच्चों को दोपहर में भोजन दिया जाता है. साथ ही भोजन तैयार करने के लिए सरकार विद्यालयों में गैस की व्यवस्था कराती है. और अगर सुदूरवर्ती इलाकों में गैस ना मिलने की संभावना होती है तो उन क्षेत्रों में जलावन के लिए कोयले या लकड़ी खरीदी जाती है. इसके लिए सरकार स्कूल प्रबंधन को राशि उपलब्ध कराती है. मगर रामगढ़ जिले के गोला से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां सरकार की तरफ से मध्याह्न भोजन में जलावन के लिए मिलने वाले राशि को स्कूल प्रबंधन डकारने लगा है.
पेड़ कटवाकर पैसे डकार रहा स्कूल प्रबंधन
दरअसल यह मामला रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड स्थित +2 उच्च विद्यालय, डिमरा का है जहां स्कूल प्रबंधन ने मनमानी करते हुए स्कूल परिसर में लगे पेडों की कटाई कर दी. मिली जानकारी के अनुसार, प्रबंधन ने स्कूल परिसर में लगे कई पुराने पेड़ों को मध्याह्न भोजन में जलावन के लिए कटवाए है. और पेड़ों की कटाई के लिए किसी तरह की कोई परमिशन भी नहीं ली है. बता दें, स्कूलों में मध्याह्न भोजन में जलावन के लिए सरकार स्कूलों को राशि प्रदान करती है लेकिन यहां स्कूल प्रबंधन उन पैसों से जलावन की लकड़ी या कोयला खरीदने के बजाय खुद हजम करने में लगा हुआ है. और स्कूल में लगे पुराने पेड़ों को कटवाने लगा है.
शिक्षकों के आदेश पर काट रहे पेड़- मजदूर
स्कूल परिसर में लगे पेड़ों की कटाई करने का मामला सामने आने पर सरकारी अधिकारी और पंचायत मुखिया हरकत में आ गए है. मुखिया ने कहा कि गांव में गैस की सुविधा है मगर किन कारणों से पेड़ों की कटाई की गई है यह जांच का विषय है. इससे पर्यावरण को क्षति पहुंच रही है. वहीं पेड़ों की कटाई के लिए काम में लगे मजदूरों का कहना है कि विद्यालय के शिक्षकों द्वारा आदेश दिए जाने के बाद ही परिसर में लगे पुराने पेड़ों की कटाई की जा रही है.
पेड़ों की कटाई का मामला काफी गंभीर- बीईओ
इधर इस मामले में जब गोला प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि स्कूल कैंपस से पेड़ों की कटाई का मामला काफी गंभीर है. उन्होंने कहा कि स्कूल कैंपस में लगे पेड़ों को किसी भी स्थिति में कटवाने का प्रावधान नहीं है. उसके लिए आदेश लेने के बाद ही पेड़ों की कटाई की जा सकती है. प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने कहा कि मैं स्वयं स्कूल जाकर मामले की जांच करूंगा. वहीं मामले में जो कोई भी दोषी होगा उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.