Saturday, Apr 20 2024 | Time 10:19 Hrs(IST)
 logo img
  • 14 वर्षो से फरार नक्सली बोदन मुण्डा को अड़की पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • 14 वर्षो से फरार नक्सली बोदन मुण्डा को अड़की पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • लैंड स्कैम मामले में ED शेखर कुशवाहा व उसकी पत्नी से करेगी पूछताछ
  • JAC 12th Result: इस दिन जारी हो सकता है झारखंड बोर्ड 12वीं का रिजल्ट, पढ़ें ताजा अपडेट
  • रांची के प्रभात तारा मैदान में एसएसपी ने उलगुलान न्याय महारैली को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की
  • उपायुक्त ने किया झरिया के अग्नि प्रभावित मतदान केंद्रों का निरीक्षण
  • उपायुक्त ने किया झरिया के अग्नि प्रभावित मतदान केंद्रों का निरीक्षण
  • Summer Diet: गर्मियों में हेल्दी रहने के लिए रोज खाएं ये 4 फाइबर फूड, कंट्रोल में रहेगा वजन
  • स्वयं सहायता समूह की दीदीओं ने वोटिंग पर मीटिंग कार्यक्रम में लिया हिस्सा, 796 गांवों में हुई वोटिंग पर मीटिंग
  • स्वयं सहायता समूह की दीदीओं ने वोटिंग पर मीटिंग कार्यक्रम में लिया हिस्सा, 796 गांवों में हुई वोटिंग पर मीटिंग
  • जैक बोर्ड 10वीं में चंदवा के ख्रीस्त राजा विद्यालय के विद्यार्थियों ने लहराया सफलता का परचम
  • जैक बोर्ड 10वीं में चंदवा के ख्रीस्त राजा विद्यालय के विद्यार्थियों ने लहराया सफलता का परचम
  • लातेहार: गाजे-बाजे के साथ शादी के मंडप में पहुंचा दूल्हा, सात फेरों से पहले ही फरार हो गई दुल्हन
  • लातेहार: गाजे-बाजे के साथ शादी के मंडप में पहुंचा दूल्हा, सात फेरों से पहले ही फरार हो गई दुल्हन
  • रांची के बड़ा तालाब में अफरा-तफरी, तैर कर युवक पहुंचा तालाब के बीचों-बीच
NEWS11 स्पेशल


दुमका के 276 गांव के 22,283 हेक्टेयर खेतों में मसलिया-रानीश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना से पहुंचेगा पानी

झारखंड में पहली बार खेतों में पाइपलाइन से सिंचाई के लिए प्रणाली होगी विकसित
दुमका के 276 गांव के 22,283 हेक्टेयर खेतों में मसलिया-रानीश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना से पहुंचेगा पानी

न्यूज11 भारत


रांची: झारखंड राज्य में पहली बार खेतों में पाइपलाइन से सिंचाई के लिए प्रणाली विकसित होगी. इससे विशेषकर पहाड़ी एवं ऊंचाई वाले क्षेत्रों को सिंचाई आसान हो जाएगी. खेतों तक सिंचाई के लिए पाइप लाइन पहुंचेगा. लिफ्ट सिंचाई योजना को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन काफी गंभीर है. उन्होंने प्रदेश के पहाड़ी एवं ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भूमिगत पाइपलाइन सिंचाई योजना पर काम करने का निर्देश दिया है. जिसके तहत जल संसाधन विभाग ने मसलिया-रानीश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना को धरातल पर उतारने की पहल शुरू दिया है. इस सिंचाई योजना के पूर्ण होने से दुमका के 276 गांव के 22,283 हेक्टेयर खेतों तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचेगा. 


दुमका जिला में मसलिया एवं रानीश्वर प्रखंड के आंशिक भू-भाग में भूमिगत पाईपलाईन के माध्यम से सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने वाली योजना के लिए प्रशासनिक राशि की स्वीकृति मिल गई है. मसलिया-रानीश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना पर कुल 1204.37 करोड़ खर्च होंगे. यह सिंचाई योजना तीन वर्ष में पूरी होगी. सिंचाई योजना का डीपीआर मार्स कंपनी ने सर्वे कर तैयार किया था. डीपीआर पर जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों ने अध्ययन पर योजना को धरातल पर उतारने का निर्णय लिया. जल संसाधन सचिव प्रशांत कुमार ने खुद गत वर्ष दुमका जाकर इस योजना के स्थल का निरीक्षण किया था. ग्रामीणों से बातचीत की थी. खेतों तक सिंचाई के लिए पानी कैसे पहुंचेगा, इस विषय पर जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों से बातचीत भी की थी. इस योजना के तहत चार जगह छोटे पंप हाउस भी बनेंगे. पंप हाउस से पानी को लिफ्ट कर आसपास के खेतों तक सिंचाई के लिए पहुंचाया जाएगा. 


इसे भी पढ़े...मॉब लिंचिंग मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद बड़ा खुलासा


मसलिया-रानीश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना के अंतर्गत मुनगुनी ग्राम के समीप नदी के दोनों तरफ बांध निर्मित किया जाएगा. साथ ही जलमग्न क्षेत्र को कम से कम रखते हुए एक बराज का निर्माण किया जाएगा. उसके बाद पंप मोटर से पानी लिफ्ट कर पाईपलाइन के माध्यम से सिंचित क्षेत्र में चक्रवार सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा. किसी कालखंड में अधिक वर्षापात के फलस्वरूप खेतों में जल की आवश्यकता सीमित होने की स्थिति में जल डायवर्ट कर नजदीक के तालाबों को भरने का प्रावधान है. ताकि मवेशियां एवं अन्य कार्यों के लिए ग्रामीणों को तालाब के माध्यम से जल हमेशा उपलब्ध हो सकते. इस योजना को तीन वर्षों में पूर्ण करने का लक्ष्य है. इस योजना से मसलिया प्रखंड के 204 गांव तथा रानीश्वर प्रखंड के 72 गांव के कुल 22,283 हेक्टेयर कृषि भूमि में खरीफ सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.

अधिक खबरें
महुआ के 'फूलों की खुशबू' से गरीबों के जीवन में आ रही 'खुशहाली'
अप्रैल 08, 2024 | 08 Apr 2024 | 1:56 AM

हजारीबाग में मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में जंगलों में महुआ के फूल गिरने लगते हैं. इन्हें इकट्ठा करने के लिए लोग मार्च से मई महीने में करीब 15 दिनों तक जंगल जाते हैं. इस दौरान महुआ के फूलों को चुनने के लिए पेड़ के नीचे की जमीन को साफ करने के लिए सूखे पत्तों में आग लगा दी जाती है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा से खास बातचीत, बेबाकी से रखी अपनी बात
अप्रैल 05, 2024 | 05 Apr 2024 | 9:36 AM

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने अपने आवास ऋषभ वाटिका में हजारीबाग संसदीय क्षेत्र की राजनीति के अलावे देश के बड़े मुद्दों पर अपनी राय रखते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. कहा कि 1984 में भले ही हजारीबाग संसदीय क्षेत्र की जनता ने मुझे महज 10 हुजार 727 वोट दिया लेकिन मुझे इन वोटों के साथ एक निर्वाचन क्षेत्र मिल गया. मैं जब चाहूं हजारीबाग में भाजपा को दो फाड़ कर सकता हूं. इन 40 वर्षों के अपने इ

महुआ बन रहा ग्रामीणों के आर्थिक संरचना का आधार: बिचौलियों के कारण नहीं मिल रहा ग्रामीणों को उचित मूल्य
मार्च 28, 2024 | 28 Mar 2024 | 11:25 AM

झारखण्ड के दक्षिणी छोर पर बसे सिमडेगा की मुख्य आर्थिक संरचना वन उत्पादों पर आधारित है. कल कारखानों से रहित इस जिले मे मुख्य जीविका वनो से निकली उत्पादो पर ही अधारित हैं इन मे से सबसे महत्वपुर्ण उत्पाद महुआ है.

Summer Vacation: अगर आप भी गर्मी में कर रहे है घूमने का प्लान तो जरूर विजिट करें देश की ये बेस्ट जगहें
मार्च 18, 2024 | 18 Mar 2024 | 1:20 AM

हमारा भारत एक ऐसा देश है जहां हर मौसम में घूमने के लिए जगह बदल जाती है. अब लोगों को लगभग लगभग ठंड से राहत मिल गयी है. वहीं अब गर्मी का मौसम आने वाला ही है. ऐसे में लोग अभी से ही गर्मियों की छुट्टी में घूमने का प्लान बना लेते है. अगर आप भी घूमने का प्लान बना

महिलाओं को सफर में नहीं लेना होगा टेंशन क्योंकि अब साथ है 'मेरी सहेली'
मार्च 15, 2024 | 15 Mar 2024 | 3:21 AM

दिन-ब-दिन महिलाओं के साथ अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं. ट्रेन हो या चाहे बस कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है. ऐसे में सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई तरह की योजना लाई जाती है. मेरी सहेली योजना भी एक ऐसी योजना है, जिसमें महिलाओं को यात्रा के समय सुविधाएं दी जाती है.