अमित सिंह, न्यूज 11 भारत
रांची : झारखंड भवन निर्माण विभाग के ज्यादातर प्रमंडल प्रभार में चल रहे हैं. तीन-तीन इंजीनियर का काम एक इंजीनियर के जिम्मे है. भवन निर्माण विभाग के 26 प्रमंडल हैं, जिनमें 10 से ज्यादा प्रमंडल में कार्यपालक अभियंता का पद खाली पड़ा हुआ है. जिनका काम दूसरे प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता प्रभार के रूप में देख रहे हैं. दूसरी तरफ भवन निर्माण विभाग मुख्यालय में बैठाकर 17 कार्यपालक अभियंताओं को हर माह वेतन का भुगतान कर रहा है. इनके अलावे चार अधीक्षण अभियंता भी पोस्टिंग के इंतजार में पिछले तीन माह से मुख्यालय में बैठे हुए हैं. इन सभी 21 अभियंताओं को भवन निर्माण विभाग मुख्यालय में बैठाकर हर माह करीब वेतन मद में 37 लाख रुपए भुगतान कर रहा है.
भवन निर्माण विभाग में अभियंताओं की कमी को देखते हुए पथ निर्माण विभाग ने 3 अगस्त 2021 को 21 अभियंताओं की सेवा दी थी. इसमें 4 अधीक्षण अभियंता और 17 कार्यपालक अभियंता थे. भवन निर्माण में सेवा देने के बाद से ये सभी 21 अभियंता मुख्यालय में बैठे हुए है. इनकी पोस्टिंग नहीं हो रही है. दूसरी तरफ अधीक्षण अभियंता और कार्यपालक अभियंता के पद रिक्त रहने की वजह से कई महत्वपूर्ण योजनाओं का काम प्रभावित हो रहा है. भवन निर्माण विभाग प्रमण्डल 2 रांची के कार्यपालक अभियंता के निलम्बित होने के बाद से पद खाली है. पद रिक्त रहने की वजह से प्रमण्डल संख्या 2 और विशेष प्रमण्डल रांची के कर्मचारियों के वेतन आदि भुगतान में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई प्रमंडलों में सहायक अभियंता का भी पद खाली पड़ा हुआ है. एक सहायक अभियंता 3-3 जगहों के प्रभार में है.
जानें कौन सा प्रमंडल चल रहा है प्रभार में
- खूंटी प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को चाईबासा का प्रभार दिया गया है.
- गढ़वा के कार्यपालक अभियंता को डाल्टेनगंज का प्रभार दिया गया है
- लातेहार के कार्यपालक अभियंता को लोहरदगा का प्रभार दिया गया है.
- दुमका के कार्यपालक अभियंता को देवघर का प्रभार दिया गया है.
- रांची भवन प्रमण्डल संख्या 2 और विशेष प्रमण्डल प्रभार में है.
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पहुंच पैरवी की बदौलत वर्षों से एक ही जिले में जमे हुए है कई अभियंता
भवन निर्माण विभाग में सेवा दे रहे, ऐसे कई अभियंता है, जो वर्षों से एक ही जिले में जमे हुए है. पहुंच पैरवी की बदौलत अभियंता सरकार के नियमों पर भारी पड़ रहे है. सरकारी नियम के अनुसार 3 साल के बाद अभियंताओं की पोस्टिंग होनी है, मगर रांची ही नहीं, कई जिलों में दर्जनों अभियंता वर्षों से एक ही जगह जमे हुए हैं.
रांची में एक सहायक अभियंता है, जिनका नाम है राजेंद्र त्रिपाठी. यह वर्तमान में भवन प्रमंडल संख्या 2 के प्रशाखा दो विधानसभा में पोस्टेड है. साथ ही ये भवन प्रमंडल 1 के भी अतिरिक्त प्रभार में है. यह पिछले 12 साल से रांची में ही पदस्थापित है. ठीक इसी तरह महेश कुमार सिंह, जो कनीय अभियंता के पद पर भवन निर्माण विभाग प्रमंडल 2 रांची में पिछले 10 वर्षो से है, वर्तमान में 3-3 जगह के प्रभार में है. बीरबल महतो भवन निर्माण विभाग प्रमंडल संख्या 2 में पोस्टेड है, जो पिछले 6 साल से सचिवालय में ही पदस्थापित है. रांची में यह पिछले 8 साल से सेवा दे रहे हैं. कनीय अभियंता संजीव कुमार सिंह पिछले 15 साल से रांची में ही पोस्टेड है. वर्तमान में भवन प्रमंडल 2 में पोस्टेड है. कनीय अभियंता धमेंद्र महतो पिडले 6 साल से भवन प्रमंडल 2 में ही जमे हुए हैं.