झारखंड » चतराPosted at: मार्च 22, 2024 NTPC के अधीन माता जानकी कंपनी साइड में अवैध बालू का विशाल भंडार, विभाग मौन
अवैध बालू भंडारण माता जानकी कंपनी व एनटीपीसी अधीनस्थ कंपनियों पर विभाग के मेहरबानी से सरकार का राजस्व का नुकसान
न्यूज़11भारत
चतरा/डेस्क
अवैध बालू भंडारण का सिलसिला टंडवा के एनटीपीसी के अधीनस्थ कंपनियों में थमने का नाम नहीं ले रहा है. अवैध बालू कारोबार के खिलाफ ईडी द्वारा झारखंड बिहार पर कई ठिकानों पर छापामारी के बाद भी टंडवा के एनटीपीसी अधीन कंपनी में अवैध बालू भंडारण रुक नहीं रहा है. आस-पास के विभिन्न नदियों से अवैध बालू की निकासी कर कंपनियों के साइड में डंप किया जा रहा है. खनन विभाग द्वारा कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है. दिन के उजाले में लेबर कॉलोनी समीप अवैध बालू स्टॉक कर जेसीबी मशीन से हाईवे में लोड कर माता जानकी कंपनी के साइड में भंडारण किया गया है. जबकि बालू की ढुलाई टंडवा प्रखंड के नदियों से किया जाता है. लेकिन कंपनियों द्वारा रॉयल्टी की पेपर अन्य जिला का होना बहुत बड़ा भ्रष्ट का मामला सामने आने लगा है.
बताया गया की बालू माफिया एवं खनन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से बालू का अवैध उठाव हो रहा है. यह सिलसिला पिछले लगातार चल रहा है. प्रखंड के नईपारम,ददुआ उतराठी, नदियों के घाटों से बालू का उठाव करने के लिए बालू माफियाओं सक्रिय हैं. पहिले ट्रैक्टरों से एक ही स्थान में भंडारण किया जाता है इसके बाद जेसीबी मशीन से हाईवे में लोड कर प्लांट के अंदर ढुलाई किया जाता है. खनन अधिकारियों ने इसे रोकने के लिए अब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने की वजह से आज भी बेधड़क कार्य चल रहा है. बताया गया अवैध बालू की आपूर्ति एनटीपीसी पावर प्लांट के अधीनस्थ कंपनी माता जानकी कंपनी, सिंघानिया कंपनी एवं अन्य छोटी बड़ी कंपनियों में बालू भंडारण कर कार्य किया जा रहा है. अवैध बालू की खनन से राज्य सरकार की करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है. ऐसे इन दिनों नदियों का भौगोलिक संरक्षण को तार-तार कर बालू माफियाओं ने तहस नहस कर दिया है. और खबर प्रकाशित होने के बाद कंपनियों द्वारा तत्काल साइड से एनटीपीसी के अंदर गुप्त स्थान पर रख कर कार्य किया जाता है.