अशोक कुमार सिंह न्यूज11भारत
धनबाद/डेस्क:-टीवी एक गंभीर बिमारी पर ला इलाज नहीं और समय पर जागरूकता से इसका इलाज संभव है .सरकार इसको लेकर बड़े बड़े विज्ञापन भी छपवाती है. इतना ही नही बल्कि इसे खत्म करने को लेकर लाख दावे भी किये जाते हैं लेकिन यह सिर्फ पोस्टर और विज्ञापन में ही शोभा बढा रही है जबकि इसकी जमीनी हकीकत कुछ और हीं व्यां करती है .
दीवारों पर लगे इन पोस्टर को देखिए टीवी हारेगा देश जीतेगा, लेकिन इस हालात के साथ कैसे जीतेगा जब टीवी मरिजों का हाल बेहाल है पिछले एक महीने से टीबी के मरीजों को प्रयाप्त दवाई सप्लाई नही किया जा रहा धनबाद में हर माह तीन सौ से अधीक नये मरीज आते हैं और स्थाई तौर पर 1836 मरीज हैं जिसमें से 883 ऐसे मरीज है जिसे अगर नियमीत तौर पर हर दिन दवाई नही मिली तो उनकी जान आफत में आ सकती है IIT-ISM के एक महीला मरीज ने दवाई की कमी को लेकर संबंधित विभाग और सरकार को मेल करके टीवी की दवाइयां की किल्लत की समस्या से अवगत कराया है कई डॉट सेंटर से मरीज वापस लौट के जा रहे है. दुर दराज से आने वाले मरिजो को एक बार में महीने भर की दवा दे जाती थी पर अब आलम यह है की सप्ताह भर का दवा बमुश्किल ही मील पा रहा है.वहीं डॉट सेंटर के पदाधिकारी को कौशलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि फिलहाल अभी दवाई नहीं है लोगों को बाहर से दवा खरीदने की सलाह दी जा रही है बहुत जल्द दवाएं उपलब्ध हो जाएंगे.
मरीज को पहले एक-एक महीने की दवा दि जाती थी लेकिन अब 5 से 7 दिन की ही दवाई दी जा रही ऊपर से बार-बार आने का परेशानी अलग, धनबाद जिले के कई डॉट सेंटर पर तो दवाइयां पूरी खत्म हो गई है धनबाद के समाज सेवी कुमार मधुरेंद्र ने भी इस मामले में सरकार को वस्तु स्थिति से अवगत कराया. वही इस मामले में जिला यक्षमा पदाधिकारी सुनिल कुमार ने बताया कि विगत एक महीने से दवा नहीं है लेकिन बहुत जल्द दवा उपलब्ध हो जाएगी फिलहाल मरिज बाहर से दवा खरीद रहे हैं.
बहरहाल यह कहना कही से भी गलत नहीं होगा कि इन दिनों धनबाद के टीवी विभाग भगवान भरोसे है और टीबी मरीज लाचार और बेबस अगर हाल यही रहा तो इलाजरत टीवी मरीज लाइलाज जरुर हो जायेगें और सरकार की निःशुल्क दवा वितरण योजना मरिजो के लिए काल, हालांकि टीवी मरीजों को पोषण के लिए ₹500 राशि उनके खाते में हर महीने दी जाती है. अब कितना जल्दी मरीजों के लिए दवा उपलब्ध होती है यह देखना होग.