न्यूज11 भारत
रांची: झारखंड में जहां एक ओर चढ़ चुका है होली का खुमार, रंग अबीर गुलाल से सज गया है राजधानी रांची का बाजार. तो वहीं होली की जान चिकन पर बर्ड फ्लू के खतरे ने तोड़ दी है इस होली में मुर्गा व्यापारियों की कमर. बता दें झारखंड में होली के त्योहार से पहले बोकारो जिला के बाद राजधानी रांची में बर्ड फ्लू की दस्तक और पुष्टि के साथ ही सुरक्षा के तौर पर पशुपालन विभाग ने संक्रमित क्षेत्र के एक किलोमीटर के दायरे में पूर्ण रूप से मुर्गा-मुर्गी के विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया है.
बर्ड फ्लू के गंभीर मामले को देखते हुए रांची जिला प्रशासन द्वारा सात त्वरित कार्रवाई दल (आरआरटी) का गठन किया गया है. बता दें इस टीम में पशु चिकित्सक समेत चार सदस्य शामिल होंगे. मालूम हो कि गठित आरआरटी टीम बर्ड फ्लू प्रभावित क्षेत्र में बचे हुए मुर्गियों की किलिंग, वैज्ञानिक विधि से निस्तारण एवं इसके बाद संक्रमित क्षेत्र का संपूर्ण क्लीनिंग एंड डिसइन्फेक्शन का कार्य करेगी.
बता दें दूसरी ओर पशुपालन विभाग के द्वारा बर्ड फ्लू के आउटब्रेक के कारण पशुपालन विभाग द्वारा संक्रमित क्षेत्र में मुर्गियों के साथ-साथ अंडा एवं मुर्गियों के चारे को भी नष्ट करने का निर्देश दिया है. बता दें बर्ड फ्लू से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा राशि दी जाएगी. बता दें इसके तहत प्रति मुर्गी 70 से 90 रुपए, जिसमें आठ सप्ताह से कम उम्र की अंडा देने वाली एक छोटी मुर्गी का 70 रुपए एवं 8 सप्ताह से अधिक उम्र की बड़ी मुर्गी का 90 रुपए, जबकि प्रति अंडा 3 रुपए एवं मुर्गी का चारा प्रति किलो 12 रुपए की दर से भुगतान किया जाएगा.
इधर एक तरफ पशुपालन निदेशालय बर्ड फ्लू की पुष्टि के साथ ही रांची और बोकारो में संक्रमण की रोकथाम के लिए एहतियातन कई कदम उठा रहा है. वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने अजीबोगरीब बयान देते हुए कहा कि जब-जब बर्ड फ्लू आया है, तब तक मैंने ज्यादा मुर्गा खाया है. बर्ड फ्लू से डरने की आवश्यकता नहीं है.
मुर्गा को आग में ज्यादा भूनना है और उसके बाद उसे खाना है. स्वास्थ्य मंत्री से मिले इस बयान को गैरजिम्मेदाराना मानते हुए बीजेपी के नेता उनकी आलोचना करने से पीछे नहीं हट रहे हैं. बीजेपी के खेमें में उनकी पुरजोर आलोचना हो रही है. वहीं इस मामले में बीजेपी विधायक दल के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट करते हुए स्वास्थ्य मंत्री का वह बयान का वीडियो लगाया है और लिखा है कि, “यह सड़क छाप ज्ञान वाले झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री हैं. जब राज्य के मुखिया ही पैसों को गाड़ कर रखने की सलाह देते हों तो उनके मातहत मंत्री ऐसे ज्ञान बाचेंगे ही. धन्य है सोरेन जी की सेना के ऐसे सिपाही.”
इधर बर्ड फ्लू को लेकर सूबे के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि बर्ड फ्लू को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है. झारखंड की सरकार अपने स्तर पर इस रोग को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. बताते चलें कि बर्ड फ्लू की पुष्टि के साथ ही, जहां एक तरफ मुर्गा व्यवसाय से जुड़े हुए लोग त्रस्त हैं. वहीं दूसरी ओर मटन और मछली व्यवसाय से जुड़े लोग की बिक्री बढ़ गयी है. बर्ड फ्लू की पुष्टि के साथ ही मटन और मछली की बिक्री में उछााल आया है और आम लोग मुर्गी और अंडे के बजाय अब मछली और मटन खाने को तवज्जो दे रहे हैं.