- मेजर ध्यानचंद के नाम पर 29 अगस्त को मनाया जाता है राष्ट्रीय खेल दिवस
- अब झारखंड पुरुष हॉकी पूरी तरह से खत्म होने के कागार पर, नहीं निकल रहे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी
रांची: देश में हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाता है. यह दिन हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. उन्हें हॉकी के सबसे महान खिलाड़ी के तौर पर याद किया जाता है. उनको हॉकी का जादूगर कहने के पीछे का कारण उनका मैदान पर प्रदर्शन है. उन्होंने साल 1928, 1932 और 1936 में तीन ओलिंपिक स्वर्ण पदक जीते. 1928 में ग्रीष्मकालीन नीदरलैंड्स के एम्स्टर्डम में खेला गया था. इसमें भारतीय हॉकी टीम ने तत्कालिन बिहार के जयपाल सिंह मुंडा के नेतृत्व में चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था. इस टीम में मुंडा की अगुवाई में मेजर ध्यानचंद ने अपनी एक अलग पहचान बनाई थी.
1948 में खेला अपना आखिरी मैच
मेजर ध्यानचंद ने साल 1948 में अपना आखिरी मैच खेला और अपने पूरे कार्यकाल में कुल 400 से अधिक गोल भी किए. जो कि एक रिकॉर्ड है. मेजर ध्यानचंद को भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया. उन्हें 1956 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया. खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार का नाम अब बदल गया है. सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न कर दिया है.
झारखंड के जयपाल सिंह मुंडा के कप्तानी में खेले ध्यानचंद
1928 में पहली बार ओलिंपिक खेलने गए ध्यानचंद झारखंड के जयपाल सिंह मुंडा के कप्तानी में खेलने उतरे. इस पूरे टूर्नामेंट में ध्यानचंद ने अपनी हॉकी का ऐसा जादू दिखाया की विरोधी टीमें उन्हें मैदान पर देखकर ही डरने लगीं. 1928 में नीदरलैंड्स में खेले गए ओलिंपिक में ध्यानचंद ने 5 मैच में सबसे ज्यादा 14 गोल किए और भारत को गोल्ड मेडल दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
झारखंड में पुरुष हॉकी हाशिये पर
जिस झारखंड के जयपाल सिंह मुंडा के नेतृ्त्व में भारत ने ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीता आज वही झारखंड का पुरुष हॉकी हाशिये पर चला गया है. अभय एक्का ने 2015 में भारतीय सीनियर टीम की ओर से खेला. इसके बाद से कोई भी झारखंड का खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेल पाया है. ऐसा नहीं है कि यहां खिलाड़ियों की कमी है, कमी है तो यहां के खिलाड़ियों को निखारने की.
झारखंड के ओलिंपियन
जयपाल सिंह मुंडा, सिलवानुस डुंगडुंग, मनोहर टोपनो, अजीत लकड़ा और महिला में निक्की प्रधान और सलीमा टेटे
झारखंड के अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी
जयपाल सिंह मुंडा, सिलवानुस डुंगडुंग, मनोहर टोपनो, अजीत लकड़ा, माइकल किंडो, बिरेंद्र लकड़ा, विमल लकड़ा, लालचंद भेंगरा, अभय एक्का, जेम्स केरकेट्टा, अनमोल आइंद, जस्टिन केरकेट्टा, नोयल टोप्पो, गोपाल भेंगरा, शिरिल एक्का, रजत मुंडा, बिनय लकड़ा