न्यूज 11 भारत
रांची: एचईसी में जारी टूल डाउन स्ट्राइक को खत्म कराने, कर्मचारियों का बकाया वेतन भुगतान आदि को लेकर 7 दिसंबर को श्रमायुक्त कार्यालय में बैठक हुई. जिसमें श्रमायुक्त एम कुमार, एचईसी प्रबंधन के अफसर सहित सभी आठ श्रमिक संगठन के प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक में प्रबंधन की ओर से पक्ष रखते हुए एचआरडी के दीपक दुबे व प्रशांत कुमार ने कहा कि कंपनी की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है. कंपनी कर्मचारियों का सभी बकाया वेतन, यानी सात माह का वेतन देने में असमर्थ है. अफसरों ने कहा कि 31 दिसंबर तक जून माह का वेतन देने का प्रयास किया जाएगा.
बैठक में प्रबंधन के पक्ष को श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों ने खारिज कर दिया. श्रमिक संगठनों का कहना है कि कर्मचारी प्लांट में अपना काम इमानदारी से कर रहे है. उन्हें सात माह से वेतन नहीं मिल रहा है. ऐसे में परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. अब कर्मचारी बिना बकाया वेतन लिए काम पर नहीं लौटेंगे. बैठक में हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन के नेता राणा संग्राम सिंह, हटिया मजदूर यूनियन के भवन सिंह, हटिया मजदूर लोक मंच के राम कुमार नायक, एचईसी श्रमिक संघ के वेद प्रकाश सिंह, एचईसी लिमिटेड कर्मचारी यूनियन के प्रकाश कुमार, जनता मजदूर यूनियन एस.जी. मुखर्जी, बीएमस के जीतू लोहरा व हटिया कामगार यूनियन के लालदेव सिंह आदि उपस्थित थे.
इसे भी पढ़े...चहारदीवारी नहीं हटने पर हाई कोर्ट ने लगाई SSP को फटकार
कर्मचारियों ने कहा : जारी रहेगा टूल डाउन स्ट्राइक
हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड, एचईसी में पिछले 6 दिनों से उत्पादन ठप है. कंपनी के कर्मचारी वेतन भुगतान की मांग को लेकर टूल डाउन स्ट्राइक पर है. यह स्ट्राइक दो दिसंबर को सुबह 8 बजे एक साथ निगम के एचएमबीपी, एफएफपी और एचएमटीपी में शुरू हुआ था. छह दिसंबर को एचईसी मुख्यालय में पोस्टेड कर्मियों ने भी काम बंद कर दिया. बिना किसी सूचना के कर्मी स्ट्राइक पर चले गए, इसे लेकर एचईसी प्रबंधन ने 3 दिसंबर को सेंट्रल लेबर कमिश्नर को पत्र के माध्यम से सूचित किया था. पत्र के आलोक में झारखंड के डिप्टी चीफ लेकर कमिश्नर आनंद कुमार ने समझौता बैठक बुलाया था. बैठक में एचईसी में सक्रिय सभी 8 श्रमिक संगठनों से दो प्रतिनिधियों को बुलाया था. इस बैठक में प्रबंधन और श्रमिक संगठनों के बीच सहमति नहीं बनी. जिसके बाद कर्मचारियों ने घोषणा किया कि प्लांट में रोजाना की तरह टूल डाउन स्ट्राइक जारी रहेगा.
कर्मचारियों का कहना है कि एचईसी प्रबंधन के आला अफसर वेतन भुगतान को लेकर कर्मियों से सीधे बातचीत नहीं करना चाहते. श्रमिक संगठन बीच में नहीं है. ऐसे में श्रमिक संगठनों का प्रबंधन के साथ समझौता हो सकता है, मगर कर्मचारी इससे नहीं मानेंगे. वेतन भुगतान को लेकर प्रबंधन को अपना स्टैंड स्पष्ट करना होगा. कर्मचारियों का कहना है कि जबतक बकाया वेतन नहीं मिलेगा, तबतक आंदोलन जारी रहेगा. प्लांटों में कर्मचारी काम नहीं करेंगे. टूल डाउन स्ट्राइक पर रहेंगे.