न्यूज11 भारत
रांचीः पश्चिम बंगाल से एक अनोखी खबर सामने आई है. जिसे जानने के बाद आप हंसने को मजूबर हो जाएंगे. दरअसल राज्य के मालदा स्थित एक सरकारी स्कूल में स्कूल के टीचर और ग्रामीण आपस में भिड़ गए. जानकारी के अनुसार, चिकन और लेग पीस को लेकर शिक्षकों और ग्रामीणों के बीच हाथापाई शुरू हो गई. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने 7 टीचर को एक कमरे में बंद करके ताला भी जड़ दिया.
मिली जानकारी के अनुसार, मामला मालदा के एंग्रेज बाजार प्रखंड के अमृत कॉलोनी प्राथमिक विद्यालय की है. जहां ग्रामीणों ने स्कूल पहुंचकर हंगामा किया. ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल के टीचर मिड-डे-मील में बच्चों को दिया जाने वाला चिकन खुद खा जाते है और बदले में बच्चों को कतरन और खराब चावल परोसा जाता है.
गुस्साए ग्रामीणों ने स्कूल के 7 शिक्षकों को एक कमरे में बंद कर दिया. स्कूल में हंगामा की खबर के बाद मौके पर पुलिस पहुंची. इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि मिड डे मील योजना के तहत स्कूल के बच्चों को खराब खाना दिया जाता है जबकि शिक्षक चिकन कीमा, लेग पीस, और महंगा चावल खाते हैं बदले में बच्चों को सिर्फ चिकन का कतरन और खराब चावल दिया जा रहा है.
ग्रामीणों के मुताबिक, स्कूल के हेडमास्टर ने मिड-डे मील का अनाज बेचकर अपने लिए निजी शौचालय बनवाया है. जिसका इस्तेमाल किसी और को करने की इजाजत भी नहीं है. स्कूल के इन्हीं अव्यवस्था के कारण ग्रामीणों ने स्कूल के 7 शिक्षकों को कमरे में बंद कर दिया. ग्रामीणों ने कहना है कि जब तक प्रशासन आरोपी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता तब तक यह धरना जारी रहेगा. हालांकि स्कूल के हेडमास्टर शांति गोपाल मंडल ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार हैं.
आपको बता दें, राज्य सरकार की ओर से स्कूल के छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य के मद्देनजर सरकारी स्कूलों को पौष्टिक आहार वितरित करने का आदेश दिया है. जिसमें, मध्याह्न भोजन मेनू में चिकन, चावल और फल शामिल हैं लेकिन राज्य सरकार के इस आदेश का पालन सही तरीके नहीं किया जाता है. स्कूल के शिक्षकों पर यह आरोप भी है कि मिड-डे-मील के बड़े हिस्से से कथित तौर पर प्राइमरी स्कूल के टीचर अपना पेट भरते हैं.