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सिमडेगा : जिले के बांसजोर पुलिस ने हाल में ही दो ज्वेलरी तस्कर को भारी मात्रा में चांदी के साथ पकड़ा था, लेकिन इसके बाद से बांसजोर पुलिस पर सोना-चांदी छिपाने का आरोप लगने लगा और बांसजोर पुलिस जांच के घेरे में आ गई. मामले में पुलिस कप्तान सिमडेगा ने 11 सदस्यीय SIT गठित कर मामले के उद्भेदन में लगा दिए हैं. मालूम हो कि जांच के घेरे में आने के कारण बांसजोर थाना प्रभारी को भी सस्पेंड कर दिया गया था.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, सिमडेगा के बांसजोर ओपी पुलिस ने वाहन जांच के दौरान एक स्कॉर्पियो को रोकी जिसमें से कुछ लोग उतर कर जंगल की तरफ भागे और चार लोगों को बांसजोर पुलिस पकड लिया था. पुलिस के अनुसार इनकी गाड़ी से 25 लाख रूपये के चांदी के जेवर और एक चांदी का ईंट बरामद हुआ था. वहीं पुलिस की इस कार्रवाई से पहले छतीसगढ़ के राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी स्थित नवकार ज्वेलर्स से 80 लाख के गहनों की चोरी हुई थी. रायपुर पुलिस के अनुसार बांसजोर में बरामद गहने उसी चोरी के समान का हिस्सा थें. जिसके बाद बांसजोर पुलिस पर 55 लाख के गहनों का गोलमाल करने का आरोप लगा है. उधर गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की गई तो उनका कहना है कि चोरी के गहने बैग में रखे थे और पुलिस ने पूरा बैग अपने कब्जे में ले लिया था.
बांसजोर ओपी प्रभारी हुए सस्पेंड
बांसजोर पुलिस पर इस आरोप के बाद रांची के DIG पंकज कंबोज ने बांसजोर ओपी प्रभारी आशीष कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मियों से गहन पूछताछ की और ओपी प्रभारी आशीष कुमार पर जांच बैठा दी. जांच के घेरे में आने के बाद पुलिस कप्तान डॉ शम्स तब्रेज ने बांसजोर ओपी प्रभारी को सस्पेंड करते हुए मामले की तहकीकात के लिए जिले के 11 आला पुलिस पदाधिकारियों की एक SIT टीम गठित कर दी.
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तालाब से मिली चोरी की ज्वेलरी
इस गोलमाल को लेकर झारखंड पुलिस पर कई आरोप लगे हैं. सिमडेगा पुलिस कप्तान ने भी पूरे मामले को गंभीरता से लिया है. वहीं इस मामले में एक नया मोड़ आया और रायपुर छत्तीसगढ़ में हुई चोरी की स बड़ी वारदात में हुआ बड़ा खुलासा हुआ, जहां सिमडेगा के बांसजोर ओपी इलाके स्थित तालाब से 15 लाख की चोरी की ज्वेलरी मिली है.