स्पोर्ट्स डेस्क, न्यूज11 भारत
रांची : झारखंड फुटबॉल संघ (JFA) के 2 बड़े अधिकारियों के मूंछ की लड़ाई में खिलाड़ियों का भविष्य अधर में जा रहा है. जेएफए के अध्यक्ष नजम अंसारी व महासचिव गुलाम रब्बानी के कारण रांची के फुटबॉल खिलाड़ियों पर भी इसका असर पड़ रहा है. नजम अंसारी गुट के लोगों ने रांची में फुटबॉल लीग शुरू करा दी है. दूसरी तरफ महासचिव के द्वारा बनाई गई सीएए कमेटी ने 20 अक्टूबर से लीग कराने की घोषणा कर दी है. दोनों ही लीग में रांची की कई प्रतिष्ठत टीमें खेल रही है. लेकिन सवाल उठता है कि किसी लीग के खिलाड़ी अंतर जिला व संतोष ट्रॉफी जैसी प्रतिष्ठत टूर्नामेंट में खेलेंगे. मालूम हो रांची में कम से कम 50 टीमें लीग खेलती है.
CAA शुरू से कराते आ रहा लीग
छोटानागपुर एथलेटिक्स एसोसिएशन (सीएए) शुरू से रांची में फुटबॉल लीग कराते आ रहा है. 2018-19 के बाद से सीएए ने लीग नहीं कराया. लीग नहीं होने के कारण नजम अंसारी ने इसे हथियार के रूप में इस्तेमाल किया. लीग कराने को लेकर एक आयोजन कमेटी का गठन कर दिया. मजेदार बात है कि इस कमेटी में सीएए के किसी भी पदाधिकारियों को शामिल नहीं किया गया.
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लीग के बहाने रब्बानी पर सीधा हमला
जेएफए (JFA) में अध्यक्ष व महासचिव एक दूसरे को पावर दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. नजम ने रांची में लीग की शुरुआत कराकर रब्बानी पर सीधा हमला कर दिया. वहीं, रब्बानी ने भी सीएए कमेटी को लीग कराने का आदेश दे दिया.